New Delhi: केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने BT India@100 समिट में शिरकत करते हुए भारत की वैश्विक स्थिति, टैरिफ नीतियों और आत्मनिर्भरता की दिशा में किए गए प्रयासों पर विस्तार से चर्चा की। उन्होंने कहा कि भारत ने समय-समय पर कई बड़े बदलावों को न सिर्फ झेला है, बल्कि उन्हें अवसर में भी बदला है। आज भारत को दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती हुई अर्थव्यवस्था माना जा रहा है और वैश्विक पटल पर उसकी भूमिका लगातार मजबूत हो रही है।
पीयूष गोयल ने कहा कि ग्लोबल ग्रोथ में भारत का योगदान 16% तक पहुंच चुका है। शेयर बाजार, करेंसी और विदेशी मुद्रा भंडार में भी उल्लेखनीय वृद्धि हो रही है। दुनिया भारत के 1.4 अरब लोगों की प्रतिभा के साथ काम करना चाहती है और हमारे देश का भविष्य बेहद उज्ज्वल है।
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हवाला देते हुए कहा कि यह भारत का समय है और देश हर चुनौती का सामना डटकर कर रहा है। किसानों और उद्यमियों को चिंता करने की आवश्यकता नहीं है क्योंकि आने वाले नए वैश्विक व्यवस्था में भारत अग्रणी भूमिका निभाने वाला है।
India-US Trade Deal पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि अमेरिका भारत के डेयरी और कृषि उत्पादों के लिए बाजार खोलने की मांग कर रहा है, लेकिन भारत सरकार ने अब तक किसी भी समझौते में किसानों के हितों से समझौता नहीं किया है और आगे भी यही नीति जारी रहेगी।
टैरिफ को लेकर चल रही चर्चा पर उन्होंने कहा कि भारत ने ऐसे कई दौर देखे हैं। उन्होंने 1999 के Y2K संकट का उदाहरण देते हुए बताया कि कैसे उस समय आईटी सेक्टर में सुधार और स्वतंत्रता देकर भारत ने एक नई क्रांति की शुरुआत की, जिसका परिणाम आज 300 अरब डॉलर की आईटी इंडस्ट्री है।
कोविड-19 महामारी को लेकर गोयल ने कहा कि उस समय भी भारत ने अपने वैज्ञानिक, मानवीय और आर्थिक सामर्थ्य का परिचय दिया। न सिर्फ भारत में वैक्सीन बनाई गई, बल्कि 100 से अधिक देशों को मुफ्त वैक्सीन दी गई। भारत में एक भी व्यक्ति भुखमरी से नहीं मरा, क्योंकि सरकार ने 80 करोड़ लोगों को मुफ्त राशन उपलब्ध कराया।
उन्होंने कहा, “भारत ने कोरोना को भी अवसर में बदला। कोई भी अग्नि परीक्षा हो, भारत उसमें विजयी रहेगा।” गोयल के अनुसार यह सबकुछ भारत के किसानों, वैज्ञानिकों और नीति निर्माताओं की साझा मेहनत का परिणाम है।

