नई दिल्ली: गुजरात के अहमदाबाद में 12 जून को हुए भयावह विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया था। एयर इंडिया के ड्रीमलाइनर Boeing 787-8 विमान के इस क्रैश में 270 लोगों की मौत हो गई थी, जबकि विमान में कुल 242 यात्री सवार थे। यह हादसा दोपहर करीब 1 बजे हुआ, और इसके बाद देशभर में शोक की लहर दौड़ गई। कई राज्यों में सार्वजनिक कार्यक्रम स्थगित कर दिए गए और पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदनाएं जताई गईं।
विमान हादसे के बाद पार्टी, लोगों का फूटा गुस्सा
लेकिन इस गमगीन माहौल के बीच एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ, जिसने लोगों को और भी आक्रोशित कर दिया। यह वीडियो एयर इंडिया की ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवा प्रदाता कंपनी AISATS (एअर इंडिया SATS) के कर्मचारियों का है, जिसमें वे ऑफिस में पार्टी करते, डांस करते नजर आए। हादसे के कुछ ही दिन बाद इस तरह का असंवेदनशील व्यवहार सामने आने से लोगों में भारी गुस्सा फैल गया। वायरल वीडियो AISATS के गुरुग्राम ऑफिस का बताया जा रहा है। दावा है कि यहां 20 जून को पार्टी की गई थी।
जनता के बढ़ते आक्रोश और आलोचना के बीच AISATS ने तुरंत प्रतिक्रिया दी और कड़ा कदम उठाया। कंपनी ने पार्टी में शामिल चार वरिष्ठ अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त कर दिया है। इसके अलावा अन्य कर्मचारियों को भी सख्त चेतावनी दी गई है।
चार AISATS अधिकारी बर्खास्त
AISATS ने अपनी आधिकारिक प्रतिक्रिया में कहा, “हम इस दुखद घटना पर गहरा खेद व्यक्त करते हैं। हमारी संवेदनाएं पीड़ित परिवारों के साथ हैं। जिन कर्मचारियों ने अनुचित आचरण किया, उनके खिलाफ सख्त अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। हम अपने प्रोफेशनल मूल्यों और जिम्मेदारियों के प्रति पूरी तरह प्रतिबद्ध हैं।”
AISATS, एयर इंडिया और सिंगापुर की SATS लिमिटेड के बीच एक 50-50 का संयुक्त उद्यम है, जो देश के प्रमुख हवाई अड्डों पर ग्राउंड हैंडलिंग और कार्गो सेवाएं प्रदान करता है। एयर इंडिया के साथ सीधा संबंध होने के कारण इस घटना को और अधिक गंभीरता से लिया गया है।
सोशल मीडिया पर लोग लगातार सवाल उठा रहे हैं कि जब देश एक बड़े हादसे से जूझ रहा था, तब एक जिम्मेदार एयरपोर्ट सेवा प्रदाता कंपनी के कर्मचारी जश्न कैसे मना सकते हैं। ऐसे समय में हर संस्थान से संवेदनशीलता और जवाबदेही की उम्मीद की जाती है।
दुख की घड़ी में असंवेदनशीलता न केवल संस्थान की छवि को धूमिल करती है, बल्कि सामाजिक विश्वास को भी आहत करती है। AISATS की कार्रवाई भले ही देर से आई हो, लेकिन यह एक जरूरी और सही कदम था।