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11 सालों में बड़े बदलाव: महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी मोदी सरकार की योजनाएं, नारीशक्ति को मिली नई पहचान

महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर केंद्र सरकार की ओर से अनेक ऐतिहासिक योजनाएं और नीतियां लागू की गईं, जिन्होंने देश की करोड़ों महिलाओं के जीवन में परिवर्तन लाया है।
Post Published By: Sapna Srivastava
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11 सालों में बड़े बदलाव: महिला सशक्तिकरण की मिसाल बनी मोदी सरकार की योजनाएं, नारीशक्ति को मिली नई पहचान

नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार के 11 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस एक दशक से भी अधिक समय में महिलाओं के सशक्तिकरण को लेकर केंद्र सरकार की ओर से अनेक ऐतिहासिक योजनाएं और नीतियां लागू की गईं, जिन्होंने देश की करोड़ों महिलाओं के जीवन में उल्लेखनीय परिवर्तन लाया है। प्रधानमंत्री मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक 51 सेकंड का वीडियो साझा कर महिला सशक्तिकरण से जुड़े इन प्रयासों को याद किया और कहा कि देश की नारीशक्ति की सफलताएं हम सभी के लिए गर्व का विषय हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, प्रधानमंत्री ने अपने पोस्ट में लिखा, “हमारी माताओं-बहनों और बेटियों ने वो समय भी देखा है, जब जीवन में हर कदम पर संघर्ष करना पड़ता था। लेकिन आज वे शिक्षा, व्यवसाय, विज्ञान, खेल, स्टार्टअप और यहां तक कि सशस्त्र बलों में भी नई मिसालें कायम कर रही हैं।” उन्होंने आगे कहा कि महिलाओं की भागीदारी ने विकसित भारत के संकल्प को और सशक्त बनाया है।

उज्ज्वला योजना से रसोई में आई क्रांति

प्रधानमंत्री उज्ज्वला योजना के तहत करोड़ों महिलाओं को मुफ्त एलपीजी कनेक्शन प्रदान किए गए, जिससे उन्हें धुएं से राहत मिली और उनका स्वास्थ्य सुधरा। पारंपरिक चूल्हों की जगह स्वच्छ ईंधन ने महिलाओं की जीवनशैली को बदला और उन्हें घर से बाहर जाकर रोजगार के अवसर भी उपलब्ध कराए।

उज्ज्वला योजना (सोर्स-इंटरनेट)

बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ: बदलाव की शुरुआत

‘बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ’ अभियान ने पूरे देश में लड़कियों के जन्म, सुरक्षा और शिक्षा को लेकर एक जन आंदोलन की शुरुआत की। इस योजना से बाल लिंगानुपात में सुधार हुआ और लोगों की मानसिकता में भी सकारात्मक परिवर्तन आया।

मुद्रा योजना से महिलाओं को मिली आर्थिक स्वतंत्रता

प्रधानमंत्री मुद्रा योजना ने महिला उद्यमियों को छोटे और बिना गारंटी वाले ऋण प्रदान कर स्वरोजगार को बढ़ावा दिया। लाखों महिलाओं ने इस योजना के माध्यम से अपने छोटे व्यवसाय शुरू किए और आत्मनिर्भरता की ओर कदम बढ़ाया।

पीएम आवास योजना से मिली सामाजिक सुरक्षा

प्रधानमंत्री आवास योजना के तहत जब महिलाओं के नाम पर घरों का स्वामित्व दिया गया, तो यह न सिर्फ आर्थिक रूप से बल्कि सामाजिक रूप से भी महिलाओं को सशक्त करने वाला कदम साबित हुआ। इससे महिलाओं की निर्णय लेने की भागीदारी बढ़ी और उन्हें परिवार में नई पहचान मिली।

समावेशी विकास की दिशा में निरंतर प्रयास

प्रधानमंत्री मोदी ने अपने दूसरे पोस्ट में कहा, “एनडीए सरकार ने पिछले 11 वर्षों में महिलाओं के नेतृत्व वाले विकास को एक नई पहचान दी है। स्वच्छ भारत अभियान ने महिलाओं की गरिमा को बनाए रखने का काम किया, तो जन धन योजना ने उन्हें वित्तीय समावेशन से जोड़ा।”

उन्होंने यह भी उल्लेख किया कि आज महिलाएं विज्ञान, खेल, शिक्षा और रक्षा जैसे हर क्षेत्र में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रही हैं और समाज के लिए प्रेरणा बन रही हैं।

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