New Delhi: भारत में न्याय की गरिमा को आधुनिक दौर में और अधिक व्यापक बनाने वाले देश के 50वें मुख्य न्यायाधीश और विश्वविख्यात न्यायविद डॉ डी वाई चंद्रचूड़ का कहना है कि देश की युवा पीढ़ी को अपने स्वास्थ्य और खान-पान का विशेष ख्याल रखना चाहिए। यदि वे स्वस्थ रहेंगे, तभी पूरे मनोयोग से देश की सेवा करने में सफल होंगे।
डॉ चंद्रचूड़ ने यह बात मंगलवार को नई दिल्ली स्थित डाइनामाइट न्यूज़ के हेडक्वार्टर में देश के युवा पत्रकारों से बातचीत के दौरान कही।
जैसे ही पूर्व सीजेआई कार्यालय पहुंचे, डाइनामाइट न्यूज़ का संपादकीय कक्ष तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
यह संयोग ही था कि आज के ही दिन डॉ चंद्रचूड़ का 66वां जन्मदिवस भी था। यह जानकर डाइनामाइट न्यूज़ की संपादकीय टीम ने आनन-फानन में एक केक मंगवाया और सादगीपूर्ण माहौल में केक काटकर उन्हें जन्मदिन की शुभकामनाएं दीं।
डाइनामाइट न्यूज़ की संपादकीय टीम ने डॉ चंद्रचूड़ पर निर्मित एक लघु डॉक्यूमेंट्री फिल्म भी प्रदर्शित की, जिसमें उनके बचपन, शिक्षा, पारिवारिक जीवन, न्यायिक यात्रा, ऐतिहासिक फैसलों और मानवीय पहलुओं को खूबसूरती से दर्शाया गया था।
फिल्म देखने के बाद डॉ चंद्रचूड़ ने डाइनामाइट न्यूज़ की निष्पक्ष और निर्भीक पत्रकारिता की सराहना की और कहा कि मौजूदा दौर में स्वतंत्र पत्रकारिता एक बड़ी चुनौती है, जिसे डाइनामाइट न्यूज़ बखूबी निभा रहा है। कार्यक्रम में मौजूद युवा पत्रकारों ने डॉ चंद्रचूड़ की चर्चित पुस्तक ‘Why the Constitution Matters’ की प्रति पर उनका ऑटोग्राफ लिया और उत्साहपूर्वक उनके साथ तस्वीरें खिंचवाईं।
डॉ डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा कि मात्र दस वर्षों की यात्रा में डाइनामाइट न्यूज़ ने भारतीय मीडिया जगत में एक प्रतिष्ठित पहचान बनाई है। उन्होंने चेयरपर्सन रानी टिबड़ेवाल को बधाई देते हुए टीम के सभी सदस्यों को निरंतर समर्पण और उत्कृष्टता के साथ आगे बढ़ने की प्रेरणा दी।
न्यायाधीश डॉ डी वाई चंद्रचूड़ ने कहा है कि अर्जुन को ‘धनंजय’ क्यों कहा जाता है, इस बारे में मेरी मां कहा करती थीं कि यही मेरी एक पोज़ है। मेरी वही पोज़ आज भी है- हमेशा ज्ञान का उपासक बने रहना।
डॉ चंद्रचूड़ ने कहा कि आज आप सबके बीच आकर मुझे बहुत खुशी हो रही है, क्योंकि आप सभी भी ज्ञान के उपासक हैं। आपकी पोज़ है- सही और विश्वसनीय सूचना देने की। देश की जनता और वैश्विक समुदाय को सटीक जानकारी, समसामयिक घटनाओं और देश के इतिहास से परिचित कराने की। साथ ही यह बताने की भी जिम्मेदारी आपकी है कि देश कैसे आगे बढ़े।
उन्होंने कहा, “मैं Dynamite News के हेड ऑफिस में एक युवा और ऊर्जावान टीम को देख रहा हूं। यहां काम करने वाली महिलाएं भी प्रतिभाशाली और जोश से भरी हैं। आज महिलाएं अपनी विलक्षणता से देश को आगे बढ़ा रही हैं और सेवा कर रही हैं। यह देश में बढ़ती जेंडर इक्वलिटी का शानदार उदाहरण है।”
उन्होंने युवा पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा- “आप लगातार काम करते हैं, थकते नहीं, हर दिन खबरों के लिए मेहनत करते हैं। लेकिन इस दौड़-भाग के बीच अपनी सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। अपने लिए हर दिन कम से कम 20 मिनट एक्सरसाइज और 10 मिनट मेडिटेशन का समय जरूर निकालें। बेसिक एक्सरसाइज को अपनी दिनचर्या का हिस्सा बनाएं। इससे आप शारीरिक और मानसिक रूप से खुद को ऊर्जावान और खुश महसूस करेंगे।”
उन्होंने मुस्कुराते हुए कहा- “आज आपके शरीर में 20 साल का दिमाग है। अगर आप नियमित रूप से एक्सरसाइज और मेडिटेशन करते रहेंगे, तो 66 साल की उम्र में भी आपका शरीर और दिमाग वैसा ही रहेगा।”
डॉ डी वाई चंद्रचूड़ ने पूरे मीडिया जगत और विशेषकर युवाओं के लिए कहा- ज्ञान, संतुलन और स्वास्थ्य ही निरंतर प्रगति के तीन आधार स्तंभ हैं।
एडिटर-इन-चीफ मनोज टिबड़ेवाल आकाश ने पूर्व सीजेआई के डाइनामाइट न्यूज़ कार्यालय में पधारने पर आभार व्यक्त किया और कहा, “यह हमारे संस्थान के लिए गौरव और प्रेरणा का क्षण है, जो उनके विशाल व्यक्तित्व, सादगी और महानता को दर्शाता है।”
इस अवसर पर मीडिया जगत के वरिष्ठ पत्रकार डॉ. भारत अग्रवाल, योग गुरु स्वामी रामदेव, पतंजलि योगपीठ ट्रस्ट के मुख्य प्रवक्ता एस.के. तिजारावाला, अखिल रामास्वामी नडिमिंटी, पवन राय और पद्मनाभ शर्मा प्रमुख रूप से उपस्थित रहे।

