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भारत के बाद बलूचिस्तान बना अब पाकिस्तान का दुश्मन: BLA ने बर्बाद किए पाक के 39 मिलिट्री ठिकाने, ऑपरेशन जारी

भारत के बाद बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी भी पाकिस्तान के खिलाफ अपनी लड़ाई को और तेज कर रही है। पढ़ें डाइनामाइट न्यूज़ की खास खबर
Post Published By: Asmita Patel
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भारत के बाद बलूचिस्तान बना अब पाकिस्तान का दुश्मन: BLA ने बर्बाद किए पाक के 39 मिलिट्री ठिकाने, ऑपरेशन जारी

नई दिल्ली: भारत और पाकिस्तान के बीच जारी संघर्ष भले ही फिलहाल थम सा गया हो, लेकिन इस बीच बलूचिस्तान में हालात और भी ज्यादा तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। जहां एक ओर पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को भारत ने निशाना बनाया, वहीं दूसरी ओर बलूचिस्तान में भी पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों पर हमले तेज हो गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने पाकिस्तान के खिलाफ अपने हमलों को और तेज कर दिया है और उसने हाल ही में पाकिस्तानी सेना और पुलिस के 39 ठिकानों पर हमला करने की जिम्मेदारी ली है।

रावलपिंडी तक भारतीय मिसाइलों का धमाका

रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार को यह बयान दिया कि भारतीय मिसाइलों का धमाका रावलपिंडी तक सुनाई दिया है। यह पहली बार नहीं है कि भारत ने पाकिस्तान के सैन्य ठिकानों को लक्षित किया है। भारत का स्पष्ट संदेश है कि पाकिस्तान अब भारतीय कार्रवाई से बच नहीं सकता और उसकी हर हरकत का कड़ा जवाब मिलेगा।

बलूचिस्तान में बढ़े हमले

बीते कुछ दिनों में बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने अपनी आक्रामकता में तेज़ी लाई है। 8 से 10 मई के बीच यानी बीते 48 घंटों में बलूचिस्तान के विभिन्न जिलों में 56 से अधिक हमले हुए हैं। जिनमें क्वेटा, केच, पंजगुर, नुश्की, खुजदार जैसे इलाके शामिल हैं। इन हमलों की जिम्मेदारी BLA ने खुद ली है और उसने यह स्पष्ट किया है कि उसका ऑपरेशन तब तक जारी रहेगा जब तक उसके रणनीतिक लक्ष्य पूरे नहीं हो जाते।

BLA का उद्देश्य और रणनीति

BLA पाकिस्तान से बलूचिस्तान की स्वतंत्रता के लिए संघर्ष कर रही है। बलूचिस्तान में पाकिस्तान के सैन्य और पुलिस के ठिकानों पर हमले करना उनके मुख्य लक्ष्यों में शामिल है। बीएलए ने हाल ही में क्वेटा और पंजगुर जैसे क्षेत्रों में स्थानीय पुलिस स्टेशनों, सैन्य काफिलों और बुनियादी ढांचे को निशाना बनाया है। बलूच लिबरेशन आर्मी ने कहा कि उनका मुख्य उद्देश्य पाकिस्तान के सैन्य और पुलिस को कमजोर करना है ताकि वे अपनी स्वतंत्रता की दिशा में बड़ा कदम उठा सकें।

बलूचिस्तान की स्वतंत्रता की लड़ाई

बलूचिस्तान में पाकिस्तान द्वारा भेदभाव, सैन्य दमन और आर्थिक शोषण का आरोप लगता रहा है। बलूचों का यह कहना है कि पाकिस्तान ने बलूचिस्तान के प्राकृतिक संसाधनों का दोहन किया है, लेकिन वहां की स्थानीय आबादी को इन संसाधनों से कोई फायदा नहीं पहुंचा है। यही वजह है कि बलूचिस्तान में पाकिस्तान से स्वतंत्रता की मांग की जा रही है, और BLA इसकी अगुआई कर रही है।

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