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ट्रंप की नई विदेश नीति: पाकिस्तान के साथ किया ये बड़ा समझौता, भारत को किया नजरअंदाज, जानें क्या है पूरा मामला

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने पाकिस्तान के साथ तेल भंडार विकास को लेकर एक अहम डील की घोषणा की है। ट्रंप के इस बयान से भारत-अमेरिका संबंधों पर असर पड़ सकता है। साथ ही दक्षिण कोरिया के टैरिफ को लेकर भी उन्होंने बड़ा संकेत दिया है।
Post Published By: Sapna Srivastava
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ट्रंप की नई विदेश नीति: पाकिस्तान के साथ किया ये बड़ा समझौता, भारत को किया नजरअंदाज, जानें क्या है पूरा मामला

New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने एक बार फिर से अपनी बयानबाज़ी और फैसलों के जरिए वैश्विक राजनीति में हलचल मचा दी है। ट्रंप ने 31 जुलाई को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘ट्रूथ’ पर घोषणा की कि अमेरिका और पाकिस्तान के बीच एक अहम तेल डील साइन की गई है। इस समझौते के तहत दोनों देश मिलकर तेल भंडारों के विकास पर काम करेंगे। इस फैसले को भारत के लिए एक बड़ा झटका माना जा रहा है, क्योंकि ट्रंप ने सार्वजनिक रूप से भारत को इस परियोजना से बाहर कर दिया है।

ट्रंप ने अपने पोस्ट में कहा, “हमने पाकिस्तान के साथ एक डील की है, जिसके तहत दोनों देश मिलकर अपने विशाल तेल भंडारों को विकसित करेंगे। इसके लिए एक ऑयल कंपनी का चयन किया जाएगा जो इस साझेदारी का नेतृत्व करेगी। कौन जानता है, शायद पाकिस्तान भविष्य में भारत को भी तेल बेचे!”

ट्रंप के इस बयान ने भारत-अमेरिका संबंधों को लेकर नए सवाल खड़े कर दिए हैं। भारत और अमेरिका के बीच व्यापारिक समझौते पर लंबे समय से बातचीत चल रही है, लेकिन ट्रंप की यह टिप्पणी संकेत देती है कि भारत को प्राथमिकता देने की नीति में बदलाव हो सकता है।

दक्षिण कोरिया को लेकर ट्रंप का बयान

ट्रंप ने दक्षिण कोरिया का भी विशेष रूप से उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वे व्हाइट हाउस में व्यापारिक समझौतों को लेकर बेहद सक्रिय हैं और कई देशों के नेताओं से बातचीत कर रहे हैं। ट्रंप ने बताया कि वे दक्षिण कोरिया के व्यापार प्रतिनिधिमंडल से मिलने वाले हैं। इस मुलाकात के दौरान टैरिफ को लेकर बातचीत होनी है। ट्रंप के मुताबिक, “दक्षिण कोरिया फिलहाल 25% टैरिफ पर है, लेकिन उन्होंने इस दर को कम करने का प्रस्ताव रखा है।”

ट्रंप की पाकिस्तान के साथ तेल डील

अमेरिका का व्यापार घाटा होगा कम?

ट्रंप ने आगे कहा कि अमेरिका कई देशों के साथ टैरिफ कम करने की दिशा में काम कर रहा है, जिससे व्यापार घाटा कम हो सकता है। उन्होंने संकेत दिया कि आने वाले समय में इस पर एक विस्तृत रिपोर्ट सार्वजनिक की जाएगी। ट्रंप ने भारत को लेकर भी टिप्पणी करते हुए कहा कि भारत के साथ अमेरिका का व्यापार संतुलन अभी ठीक नहीं है और भारत को अमेरिकी व्यापार में अधिक भागीदारी दिखानी चाहिए।

ट्रंप के इन बयानों से साफ है कि अगर वे फिर से सत्ता में आते हैं, तो अमेरिका की विदेश और व्यापार नीति में बड़ा बदलाव देखने को मिल सकता है। भारत के लिए यह वक्त सतर्कता का है, खासकर ऐसे समय में जब वैश्विक राजनीति लगातार अस्थिर हो रही है।

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