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ट्रंप-पुतिन बैठक के बाद बदले समीकरण, यूरोप ने यूक्रेन को दी अटूट समर्थन की गारंटी

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की अलास्का में हुई बैठक के बाद अंतरराष्ट्रीय कूटनीतिक समीकरण तेजी से बदलते नजर आ रहे हैं। यूरोपीय देश इस बदलाव से सतर्क हो गए हैं और यूक्रेन के समर्थन में खुलकर सामने आए हैं।
Post Published By: Sapna Srivastava
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ट्रंप-पुतिन बैठक के बाद बदले समीकरण, यूरोप ने यूक्रेन को दी अटूट समर्थन की गारंटी

New Delhi: अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हाल ही में अलास्का में हुई बैठक के बाद वैश्विक राजनीति में नई हलचल शुरू हो गई है। इस बैठक में ट्रंप के बदले हुए रुख ने यूरोपीय नेताओं को चिंतित कर दिया है, जिससे उन्होंने यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमिर जेलेंस्की को पूर्ण समर्थन देने के लिए साझा मोर्चा बना लिया है।

यूरोप के प्रमुख देशों ने एकजुट होकर यूक्रेन के साथ अपनी प्रतिबद्धता दोहराई है। फ्रांस, जर्मनी और ब्रिटेन के नेताओं की संयुक्त अध्यक्षता में “कोएलिशन ऑफ द विलिंग” की एक वर्चुअल बैठक रविवार को होने जा रही है। यह बैठक ऐसे समय हो रही है जब जेलेंस्की सोमवार को ट्रंप से मुलाकात करने जा रहे हैं। यह गठबंधन 2025 की शुरुआत में यूक्रेन को सुरक्षा गारंटी देने के उद्देश्य से बनाया गया था।

यूरोपीय संघ की ओर से जारी एक बयान में कहा गया है कि यूक्रेन को अपनी संप्रभुता और क्षेत्रीय अखंडता की रक्षा के लिए अचूक और दीर्घकालिक सुरक्षा गारंटी मिलनी चाहिए। यूरोपीय नेता शांति वार्ता की किसी भी प्रक्रिया में ट्रंप और जेलेंस्की के साथ मिलकर काम करने को तैयार हैं, लेकिन उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि यूक्रेन की सुरक्षा को लेकर कोई समझौता नहीं होगा।

जेलेंस्की ने बढ़ाया यूरोपीय भागीदारी पर जोर

राष्ट्रपति जेलेंस्की ने ट्रंप के साथ फोन पर हुई बातचीत को “सार्थक” बताया और यह स्पष्ट किया कि यूरोपीय देशों की भागीदारी शांति प्रक्रिया में जरूरी है। उन्होंने कहा कि अमेरिका के साथ मिलकर विश्वसनीय सुरक्षा गारंटी सुनिश्चित करने के लिए यूरोपीय नेताओं की भागीदारी जरूरी है।

डोनबास पर बढ़ता दबाव

सूत्रों के मुताबिक, ट्रंप ने यूरोपीय नेताओं से बातचीत के दौरान संकेत दिए हैं कि यदि जेलेंस्की डोनबास के शेष हिस्सों को रूस को सौंपने के लिए तैयार हो जाते हैं, तो शांति समझौता जल्दी हो सकता है। ट्रंप की यह राय यूरोपीय देशों को असहज कर रही है, खासकर तब जब यह क्षेत्र अभी भी यूक्रेन के नियंत्रण में है।

पुतिन की प्रतिक्रिया और शांति की संभावना

पुतिन ने इस बैठक को “सार्थक और समयानुकूल” बताया है। उन्होंने यह भी स्वीकार किया कि ट्रंप की यह बात सही है कि यूक्रेन की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जाना चाहिए। हालांकि, उन्होंने जेलेंस्की के साथ किसी संभावित बैठक पर कोई टिप्पणी नहीं की और यह भी स्पष्ट कर दिया कि रूस के रुख में कोई बदलाव नहीं आया है।

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