New Delhi: टीवी जगत का चर्चित शो ‘क्योंकि सास भी कभी बहू थी 2’ हर दिन दर्शकों के लिए नए-नए मोड़ लेकर आ रहा है। हालिया एपिसोड में तुलसी, वृंदा की तलाश में उसके घर पहुंचती है, जहां उसकी मुलाकात वृंदा की दादी मालती से होती है। लेकिन मालती स्पष्ट कर देती हैं कि उन्होंने कोई फोन नहीं किया और उनके पास कोई सीसीटीवी फुटेज भी नहीं है।
तुलसी की बेबसी
जब तुलसी की आखिरकार वृंदा से मुलाकात होती है, तो वह भावुक होकर मदद की गुहार लगाती है। परंतु वृंदा किसी भी प्रकार की सहायता करने से इंकार कर देती है, जिससे तुलसी टूट जाती है। यह दृश्य दर्शकों को भावनात्मक रूप से झकझोर देता है, क्योंकि तुलसी अपनी बेटी के लिए हर मुमकिन कोशिश कर रही है।
परिधि का टूटा दिल
वहीं दूसरी ओर, वीरानी परिवार पर एक और दुखद समय आता है जब परिधि अपने बॉयफ्रेंड रणविजय का इंतजार करती है लेकिन वह नहीं आता। उसकी गैरमौजूदगी से परिधि का दिल टूट जाता है और वह फूट-फूट कर रो पड़ती है। यह दृश्य दर्शकों को परिधि के दर्द का एहसास कराता है।
तुलसी और मिहिर भी अपनी बेटी की हालत देखकर भगवान के सामने आंसू बहाते हैं।
अंगद की रिहाई
इसी दौरान कहानी में नया मोड़ तब आता है जब टीवी पर खबर चलती है कि अंगद बेगुनाह है। उसके दोस्त ने कबूल कर लिया है कि एक्सीडेंट उसी से हुआ था, लेकिन किसी को टक्कर नहीं लगी थी। इसके चलते अंगद को जेल से रिहा कर दिया जाता है।
हालांकि अंगद का दोस्त पुलिस द्वारा गिरफ्तार कर लिया जाता है और वह अंगद से कहता है कि किसी भी हाल में उसे बाहर निकाले।
भाई की साजिश से टूटी वृंदा
इस बीच वृंदा को पता चलता है कि उसके भाई ने ही अंगद को फंसाने के लिए पैसे लिए थे। इस सच्चाई से वृंदा का दिल टूट जाता है। वह खुद को ठगा हुआ महसूस करती है।
अंगद-वृंदा की फिर होगी मुलाकात
अंत में अंगद जेल से रिहा होकर वृंदा से मिलता है। वृंदा, अंगद के दोस्त को छुड़वाने में मदद करने का फैसला करती है। यह संकेत है कि दोनों के रिश्ते में एक नई शुरुआत हो सकती है।