Gurugram: गुरुग्राम के एक प्रमुख इलाके में यूट्यूबर एल्विश यादव के घर पर फायरिंग की घटना ने एक बार फिर से सनसनी फैला दी। इस हमले की जिम्मेदारी हरियाणा के कुख्यात गैंगस्टर हिमांशु भाऊ और उसके साथी नीरज फरीदपुरिया ने सोशल मीडिया के माध्यम से ली है। उन्होंने इस हमले को लेकर एक पोस्ट डाली है, जिसमें गोलीबारी का कारण सट्टे के प्रचार को बताया गया है।
फायरिंग की वजह क्या थी?
पोस्ट में हिमांशु भाऊ और नीरज फरीदपुरिया ने लिखा, “जय भोले की…राम-राम सारे भाइयों को। एल्विश यादव के घर जो गोलियां चली हैं, वो नीरज फरीदपुर और भाऊ रितोलिया ने चलवाई हैं। इसने सट्टे का प्रचार कर कई घर बर्बाद किए हैं। अब सभी सोशल मीडिया वालों के लिए चेतावनी है कि यदि किसी ने सट्टे का प्रमोशन किया, तो उसके पास कभी भी फोन या गोली पहुंच सकती है। तैयार रहो।”
दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में बड़ा नाम
यह पहली बार नहीं है, जब हिमांशु भाऊ गैंग ने किसी वारदात की जिम्मेदारी ली हो। पिछले कुछ वर्षों में इस गैंग का नाम दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में कई बड़ी घटनाओं से जुड़ा है। इसके अलावा अक्सर इस गैंग ने अपने हमलों के बाद मौके पर अपने नाम का पर्चा छोड़ दिया था, जिससे यह साफ हो सके कि वारदात उनके इशारे पर हुई थी।
हिमांशु भाऊ की क्राइम कुंडली
हिमांशु भाऊ का अपराधी सफर महज 22 साल की उम्र में शुरू हुआ था। वह रोहतक जिले के रतौली गांव का रहने वाला है। पुलिस रिकॉर्ड के अनुसार हिमांशु पर करीब 18 मामले दर्ज हैं और वह गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई का कट्टर दुश्मन माना जाता है।
सबसे पहले किए थे तीन मर्डर
वर्ष 2022 में हिमांशु भाऊ ने महज 24 घंटे के अंदर 3 हत्याएं की थी। जिसके बाद दिल्ली और हरियाणा में दहशत फैल गई थी। इसके बाद वह फर्जी पासपोर्ट के जरिए विदेश भाग गया और उसकी आखिरी लोकेशन पुर्तगाल में ट्रेस की गई थी। हालांकि, इसके बाद भी उसने अपने गिरोह के नेटवर्क को दिल्ली, हरियाणा और राजस्थान में बनाए रखा।
इंटरपोल द्वारा रेड कॉर्नर नोटिस जारी
हिमांशु भाऊ पर हिंदुस्तान और विदेशों में कई मामलों की जिम्मेदारी है। उसकी गिरफ्तारी के लिए हरियाणा पुलिस ने ढाई लाख रुपये, दिल्ली पुलिस ने एक लाख रुपये का इनाम घोषित कर रखा है। इसके साथ ही इंटरपोल ने भी उसकी गिरफ्तारी के लिए रेड कॉर्नर नोटिस जारी किया है।
मुरथल मर्डर केस और गैंग का नाम
मुरथल हत्याकांड (2024) में भी इस गैंग का नाम सामने आया था। गुलशन ढाबा पर एक शराब कारोबारी सुंदर मलिक की हत्या कर दी गई थी, जिसमें 35 राउंड गोलियां चलाई गई थीं। इस हत्याकांड के बाद, हिमांशु भाऊ गैंग ने सोशल मीडिया के जरिए हत्या की जिम्मेदारी ली थी। गैंग का कहना था कि यह हत्या नीतू डाबोडिया गैंग से जुड़ी थी।
अमेरिका से गैंग ऑपरेट कर रहा है हिमांशु भाऊ
सूत्रों के मुताबिक हिमांशु भाऊ इस वक्त अमेरिका में रहकर अपने गिरोह को ऑपरेट कर रहा है। उसके करीबी साथी नीरज फरीदपुर और सौरभ गिडोली हैं, जो हरियाणा में रहते हैं। हिमांशु भाऊ अपनी आपराधिक गतिविधियों के लिए सोशल मीडिया के माध्यम से नए लड़कों को जोड़ता है। जिनमें अक्सर नाबालिग लड़के भी शामिल होते हैं। इन लड़कों को वह अपराधों को अंजाम दिलवाता है। इस गैंग का नाम सबसे पहले हवाला धंधे, शराब के कारोबार और सट्टेबाजी से जुड़ा था। अब यह पूरी तरह से हरियाणा और दिल्ली के बड़े व्यापारियों को टारगेट करने लगा है।