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Crime In Pratapgarh: साथी कंडक्टर निकला लुटेरा, साजिश रचकर लाखों की लूट को दिया अंजाम; जानिये पूरा मामला

मेडिकल वैन चालक से लाखों रुपये की लूट वैन में काम करने वाले कंडक्टर ने रची साजिश। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट
Post Published By: Jaya Pandey
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Crime In Pratapgarh: साथी कंडक्टर निकला लुटेरा, साजिश रचकर लाखों की लूट को दिया अंजाम; जानिये पूरा मामला

प्रतापगढ़: जिले के विश्वनाथगंज थाना क्षेत्र स्थित गजेहड़ा जंगल में मेडिकल वैन चालक से हुई 2.32 लाख रुपये की लूट की साजिश उसी वैन में काम करने वाले कंडक्टर ने रची थी। पुलिस ने इस आज सनसनीखेज मामले का खुलासा करते हुए चार आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। इनके पास से लूटी गई नकदी, मोबाइल फोन, तमंचा और कारतूस बरामद किए गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार 30 मई को मेडिकल वैन प्रयागराज की ओर जा रही थी। उसी वैन में महेवा पश्चिम पट्टी (प्रयागराज) निवासी अंकित भारतीय कंडक्टर के रूप में कार्यरत था। उसने अपने तीन साथियों के साथ मिलकर चालक से लूट की योजना बनाई। गजेहड़ा जंगल के पास उसने लघुशंका का बहाना बनाकर वैन रुकवाई और पहले से घात लगाए बैठे उसके तीन साथियों ने चालक पर हमला कर 2.32 लाख रुपये लूट लिए और मौके से फरार हो गए।

मुख्य आरोपी हुआ गिरफ्तार

घटना के बाद पुलिस ने जांच तेज करते हुए एसओजी, सर्विलांस टीम और देल्हूपुर थाना पुलिस की संयुक्त टीम गठित की। छानबीन के बाद पुलिस ने मुख्य आरोपी अंकित भारतीय को धूमनगंज स्थित पेट्रोल पंप के पास से गिरफ्तार किया। उसकी निशानदेही पर पुलिस ने आशीष यादव, सिद्धांत (दोनों निवासी महेवा पश्चिम पट्टी, प्रयागराज) और रिषभ यादव (निवासी टिकरा, चित्रकूट) को मऊआइमा पुल के पास से गिरफ्तार किया।

लूट का सामान बरामद

पूछताछ में आरोपियों ने लूट की पूरी कहानी कबूल कर ली। पुलिस ने मऊआइमा पुल के नीचे से 1.20 लाख रुपये नकद, एक देसी तमंचा, दो जिंदा कारतूस और दो मोबाइल फोन बरामद किए हैं। खुलासा हुआ कि आशीष ने लूट के पैसे से एप्पल मोबाइल खरीदा और आईपीएल में 16 हजार रुपये का सट्टा भी लगाया था। शेष राशि मौजमस्ती और पारिवारिक खर्चों में खर्च की गई।

आरोपी के खिलाफ मुकदमा दर्ज

पुलिस अधीक्षक ने बताया कि मामले में शामिल सभी आरोपी गिरफ्तार कर लिए गए हैं और उनके खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जेल भेजने की कार्रवाई की जा रही है। इस घटना से यह स्पष्ट होता है कि आपराधिक मानसिकता रखने वाले व्यक्ति किसी भी रूप में विश्वासघात कर सकते हैं। पुलिस टीम को इस सफल खुलासे पर सराहना भी मिली है।

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