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कोल्हुई में बनाए गए सात अस्थायी पिकेट, एसडीएम और सीओ ने किया सीमा क्षेत्र का निरीक्षण

कोल्हुई क्षेत्र में बॉर्डर रोड पर सात अस्थायी पिकेट बनाकर हर गतिविधि पर नजर रखना शुरू कर दिया गया है। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी ख़बर
Post Published By: अरुण गौतम
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कोल्हुई में बनाए गए सात अस्थायी पिकेट, एसडीएम और सीओ ने किया सीमा क्षेत्र का निरीक्षण

महराजगंज: कोल्हुई थाना क्षेत्र में स्थित लगभग 9 किलोमीटर की खुली सीमा पर भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए पुलिस और सशस्त्र सीमा बल (SSB) की तैनाती को मजबूत करते हुए चौकसी कड़ी कर दी गई है। सुरक्षा एजेंसियों ने इस क्षेत्र को संवेदनशील मानते हुए हर गतिविधि पर नजर रखना शुरू कर दिया है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार बॉर्डर रोड पर सात अस्थायी पिकेट बनाए गए हैं, जहां पुलिस और एसएसबी के जवान 24 घंटे तैनात रहकर आने-जाने वाले प्रत्येक व्यक्ति की गहन जांच कर रहे हैं। इन पिकेटों का उद्देश्य किसी भी संदिग्ध गतिविधि को समय रहते रोकना और सीमा पार से होने वाली संभावित घुसपैठ या अवैध तस्करी को नियंत्रित करना है।

शुक्रवार को उपजिलाधिकारी मुकेश सिंह और क्षेत्राधिकारी दीपशिखा वर्मा ने खुद सीमा क्षेत्र का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी पिकेटों और सीमाई पगडंडी मार्गों का दौरा कर सुरक्षाकर्मियों को आवश्यक निर्देश दिए। अधिकारियों ने स्पष्ट रूप से कहा कि किसी भी व्यक्ति को बिना जांच के सीमा पार करने न दिया जाए और किसी भी संदिग्ध की सूचना तत्काल उच्च अधिकारियों को दी जाए।

एसएसबी कमांडेंट सुबीर घोष ने जानकारी देते हुए डाइनामाइट न्यूज़ से बताया कि एसएसबी की सभी बटालियन हाई अलर्ट पर हैं और दिन-रात लगातार पेट्रोलिंग की जा रही है। वहीं, कोल्हुई थाना के प्रभारी निरीक्षक अरविंद सिंह ने बताया कि बॉर्डर क्षेत्र में सीसीटीवी कैमरे लगाए गए हैं और अतिरिक्त पुलिस बल की तैनाती कर दी गई है।

स्थानीय ग्रामीणों को भी सतर्क रहने के लिए कहा गया है। ग्रामीणों को निर्देश दिए गए हैं कि अगर कोई अजनबी या संदिग्ध व्यक्ति गांव में दिखाई दे, तो इसकी तत्काल सूचना पुलिस को दें। प्रशासन का यह प्रयास है कि भारत-नेपाल सीमा की सुरक्षा को पुख्ता बनाकर किसी भी तरह की आपराधिक या देशविरोधी गतिविधि को रोकने में सफलता प्राप्त की जाए।

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