Barabanki: सावन के पावन माह के चतुर्थ सोमवार को बाराबंकी जिले के हैदरगढ़ तहसील स्थित ऐतिहासिक अवसनेश्वर महादेव मंदिर परिसर में विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी अरुण कुमार और अपर पुलिस अधीक्षक (दक्षिणी) रितेश कुमार सिंह ने हेलीकॉप्टर से मंदिर प्रांगण में पुष्पवर्षा की, जिससे श्रद्धालुओं में उत्साह की लहर दौड़ गई।
मंदिर के ऊपर से गुजरते हुए हेलीकॉप्टर से जब पुष्प वर्षा हुई, तो मंदिर परिसर में उपस्थित श्रद्धालुओं ने जोर-जोर से “हर-हर महादेव” और “हर-हर बम बम” के जयकारे लगाए। इसके साथ ही “बोल बम”, “बम-बम” और “श्री शिवाय नमस्तुभ्यम” के उद्घोषों से पूरा मंदिर प्रांगण गुंजायमान हो उठा। यह दृश्य अत्यंत भव्य और उत्साहवर्धक था, जिसने सभी श्रद्धालुओं के मन को भावविभोर कर दिया।
इस आयोजन के लिए मंदिर समिति के प्रबंधक सोनू गिरि और अध्यक्ष संजय गिरि ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और जिला प्रशासन का हार्दिक आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि योगी सरकार की जनभावनाओं को समझने वाली योजनाएं और धार्मिक आयोजनों में प्रशासन की सहभागिता लोगों के बीच काफी लोकप्रिय और प्रशंसनीय हैं।
कार्यक्रम में भाजपा विधायक दिनेश रावत, ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि त्रिवेदीगंज से सुनील सिंह, हैदरगढ़ ब्लॉक प्रमुख प्रतिनिधि रामदेव सिंह, अतुल गोस्वामी सहित कई अन्य गणमान्य प्रतिनिधि मौजूद रहे। बड़ी संख्या में श्रद्धालु भी इस भव्य आयोजन में शामिल हुए, जिससे मंदिर परिसर भक्तों से गुलजार रहा। श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसे आयोजनों से स्थानीय धार्मिक भावना और आस्था को मजबूती मिलती है।
अवसनेश्वर मंदिर को धार्मिक दृष्टि से अत्यंत महत्वपूर्ण माना जाता है। मंदिर की मान्यता है कि स्वयं भगवान भोलेनाथ ने इस स्थान पर शिवलिंग की स्थापना की थी। कहा जाता है कि इस शिवलिंग पर जल चढ़ाने से भगवान शिव जल्दी प्रसन्न होते हैं। इस विश्वास के कारण दूर-दूर से श्रद्धालु यहां जल चढ़ाने और पूजा-अर्चना के लिए आते हैं।
सावन माह में खासकर इस चतुर्थ सोमवार को अवसनेश्वर मंदिर का माहौल बहुत ही धार्मिक और भक्तिमय रहता है। इस बार के आयोजन में हेलीकॉप्टर से पुष्पवर्षा ने इसे और भी खास बना दिया। प्रशासन और सरकार की ओर से इस तरह की पहल से न केवल श्रद्धालुओं को धार्मिक उत्साह मिलता है, बल्कि स्थानीय पर्यटन और सांस्कृतिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है।
इस प्रकार, बाराबंकी के हैदरगढ़ तहसील में अवसनेश्वर मंदिर पर यह आयोजन न केवल एक धार्मिक अनुष्ठान था, बल्कि प्रशासन और समाज के बीच सामंजस्य और सहयोग का भी प्रतीक बना। श्रद्धालुओं के लिए यह अनुभव यादगार और हृदयस्पर्शी रहा।