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फतेहपुर: रानीपुर बहेरा गांव में नाली का पानी रोकने से ग्रामीण परेशान, गलियां बनीं जलभराव का केंद्र

फतेहपुर जिले के खागा तहसील अंतर्गत रानीपुर बहेरा गांव में नाली के पानी की निकासी को लेकर ग्रामीणों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
Post Published By: Poonam Rajput
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फतेहपुर: रानीपुर बहेरा गांव में नाली का पानी रोकने से ग्रामीण परेशान, गलियां बनीं जलभराव का केंद्र

फतेहपुर: फतेहपुर जिले के खागा तहसील अंतर्गत विजयीपुर विकासखंड क्षेत्र के रानीपुर बहेरा गांव में नाली के पानी की निकासी को लेकर ग्रामीणों को गंभीर समस्या का सामना करना पड़ रहा है। कुछ लोगों की मनमानी और दबंगई के कारण गांव की गलियां तालाब में तब्दील हो चुकी हैं। इससे न केवल आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है बल्कि बीमारियों के फैलने का भी खतरा बढ़ गया है।

जलभराव की स्थिति उत्पन्न

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, गांव के प्रमुख निवासी राजू, चन्दर, बाबूलाल समेत दर्जनों ग्रामीणों का कहना है कि पूर्व प्रधान जागेश्वर सिंह ने अपने कार्यकाल के दौरान गांव के जल निकासी की समुचित व्यवस्था करवाई थी। नाली के पानी को कौशल, इंद्रजीत और अमर के खेतों से होते हुए बाहर निकालने की योजना बनाई गई थी। लेकिन अब इन्हीं लोगों ने पानी के निकास को अवरुद्ध कर दिया है, जिससे गांव में जलभराव की स्थिति उत्पन्न हो गई है।

गांव के लोगों में रोष व्याप्त

ग्रामीणों ने इस समस्या को लेकर विजयीपुर चौकी में शिकायत दर्ज करवाई। उच्च अधिकारियों के संज्ञान में मामला आने के बाद लेखपाल द्वारा मौके पर पहुंचकर पैमाइश कराई गई, और पानी निकासी का मार्ग फिर से खोला गया। लेकिन कुछ ही देर बाद दबंगों ने दोबारा पानी रोक दिया, जिससे गांव के लोगों में रोष व्याप्त है।

गलियों में चलना-फिरना मुश्किल

खास बात यह है कि जलभराव से गांव की गलियों में चलना-फिरना मुश्किल हो गया है। बच्चे, महिलाएं और बुजुर्ग फिसलकर गिरने से चोटिल हो रहे हैं। साथ ही, मच्छरों के बढ़ते प्रकोप ने डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों की आशंका को और बढ़ा दिया है।

तत्काल जांच के आदेश

इस गंभीर समस्या पर खंड विकास अधिकारी रत्नाकर त्रिपाठी ने कहा कि शिकायत मिलने पर तत्काल जांच के आदेश दे दिए गए हैं। उन्होंने कहा कि दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और जल्द ही स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाएगा।

बता दें कि, यह कोई पहली समस्या नहीं है, इससे पहले भी यहां पर बारिश होने के बाद ऐसे हालात हो चुके हैं। ऐसे में देखने वाली बात यह है कि आखिर इनकी ये समस्या कब तक दूर होती है।

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