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बाढ़ प्रभावित गांव पलटूपुर पहुंचे डीएम-एसपी, राहत शिविर में रहने की अपील; फतेहपुर वासियों को राहत की उम्मीद

फतेहपुर में यमुना नदी के जलस्तर में तेजी से बढ़ोतरी के बाद प्रशासन अलर्ट पर है। पलटूपुर गांव का दौरा कर अधिकारियों ने हालात का जायजा लिया और ग्रामीणों को राहत शिविरों में जाने की अपील की। हालात गंभीर होते जा रहे हैं—क्या जलस्तर बनेगा अगली आपदा का कारण?
Post Published By: Poonam Rajput
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बाढ़ प्रभावित गांव पलटूपुर पहुंचे डीएम-एसपी, राहत शिविर में रहने की अपील; फतेहपुर वासियों को राहत की उम्मीद

Fatehpur: फतेहपुर जिले में यमुना नदी का बढ़ता जलस्तर अब प्रशासन और ग्रामीणों दोनों के लिए चिंता का विषय बन चुका है। स्थिति की गंभीरता को भांपते हुए शुक्रवार को जिलाधिकारी रविंद्र सिंह और पुलिस अधीक्षक अनूप कुमार सिंह ने थाना ललौली क्षेत्र के बाढ़ प्रभावित गांव पलटूपुर का स्थलीय निरीक्षण किया।

गांव में पहुंचते ही दोनों वरिष्ठ अधिकारियों ने ग्रामीणों से बातचीत की, उनकी समस्याएं सुनीं और बाढ़ के खतरे को लेकर आवश्यक दिशा-निर्देश दिए। पलटूपुर गांव यमुना के किनारे बसा है और जलस्तर में लगातार बढ़ोतरी के चलते अब पानी गांव की सीमाओं को छूने लगा है।

जिलाधिकारी रविंद्र सिंह ने मौके पर मौजूद सिंचाई, आपदा प्रबंधन, स्वास्थ्य और पुलिस विभाग के अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि राहत और बचाव कार्यों में कोई भी ढिलाई न बरती जाए। उन्होंने कहा कि संभावित आपदा से पहले ही तैयारियां पूरी होनी चाहिए।

ग्रामीणों से बातचीत में डीएम ने भरोसा दिलाया कि प्रशासन हर कदम पर उनके साथ खड़ा है और जरूरत पड़ने पर तुरंत राहत शिविरों में स्थानांतरण किया जाएगा। उन्होंने यह भी अपील की कि लोग अफवाहों पर ध्यान न दें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से तुरंत संपर्क करें।

एसपी अनूप कुमार सिंह ने मौके पर पुलिस व्यवस्था की समीक्षा की और मौके पर तैनात पुलिस बल को सतर्क रहने के निर्देश दिए। उन्होंने कहा कि यदि कहीं से कोई असामान्य गतिविधि या असुरक्षा की स्थिति बनती है तो तुरंत कार्रवाई की जाए।

बाढ़ के खतरे के मद्देनजर प्रशासन की ओर से पहले ही राहत शिविरों की व्यवस्था, दवाइयों की उपलब्धता, स्वास्थ्य टीमों की तैनाती और खाद्य सामग्री के इंतजाम सुनिश्चित किए जा रहे हैं। इसके अलावा आपदा प्रबंधन टीमों को लगातार सतर्क रहने को कहा गया है।

ग्रामीणों का कहना है कि वे पिछले कई वर्षों से बाढ़ का सामना कर रहे हैं, लेकिन इस बार स्थिति कुछ अधिक गंभीर दिखाई दे रही है। गांव की बुजुर्ग महिला शांति देवी ने बताया, “हर साल पानी आता है, पर इस बार डर कुछ अलग है, बच्चे लेकर कहां जाएं—यही सोचते हैं।”

प्रशासन की पहल और सतर्कता से फिलहाल स्थिति नियंत्रण में है, लेकिन जलस्तर में और वृद्धि हुई तो हालात बिगड़ सकते हैं। ऐसे में प्रशासन और आमजन दोनों को मिलकर इस आपदा का सामना करना होगा।

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