आगरा: उत्तर प्रदेश के आगरा में पुलिस ने एक बड़ी सफलता हासिल करते हुए ज्वेलर्स की हत्या और लूट कांड के मुख्य आरोपी को मुठभेड़ में मार गिराया। पुलिस ने आरोपी अमन को मंगलवार सुबह सिकंदरा थाना इलाके में घेर लिया।
डाइनामाइट न्यूज़ के संवाददाता के अनुसार, इस मुठभेड़ के दौरान आरोपी ने पुलिस पर फायरिंग की। जिससे उसे गोली लगी और बाद में उसे अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया। पुलिस ने अमन के भाई की गिरफ्तारी के लिए भी अभियान छेड़ दिया है।
22 लाख रुपये की लूट और हत्या
दरअसल, श्री बालाजी ज्वैलर्स के शोरूम में दो मई को दो बाइक सवार बदमाशों ने 22 लाख रुपये से ज्यादा के जेवरात लूटे थे। घटना के दौरान शोरूम में सेल्स गर्ल रेनू और एक अन्य युवती भी मौजूद थीं। लूटपाट के बाद बदमाशों ने शोरूम के सामने खड़े सराफा कारोबारी योगेश चौधरी की गोली मारकर हत्या कर दी थी। इस घटना ने व्यापारियों में आक्रोश पैदा कर दिया था और पुलिस को 72 घंटे का अल्टीमेटम भी दिया गया था।
500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले
पुलिस ने मामले की गहरी जांच शुरू की और 500 से ज्यादा सीसीटीवी फुटेज खंगाले। इन फुटेज की मदद से पुलिस को कुछ अहम सुराग मिले। पुलिस टीम ने बिचपुरी ब्लॉक के एक गांव तक पहुंचने में सफलता पाई, जहां बदमाश वारदात के बाद छिपे हुए थे। एक सीसीटीवी फुटेज में बदमाशों के तीसरे साथी का चेहरा साफ नजर आ गया। इसके बाद पुलिस ने मुखबिर तंत्र का इस्तेमाल कर बदमाशों के बारे में महत्वपूर्ण जानकारी जुटाई। पुलिस ने उनके नाम और पते भी पता कर लिए थे लेकिन बदमाश अपने घरों से फरार हो गए थे।
मुठभेड़ में अमन ढेर
पुलिस ने बदमाशों के तीन साथियों को हिरासत में लिया और उनसे पूछताछ की। मंगलवार सुबह पुलिस ने अमन नामक आरोपी को सिकंदरा थाना इलाके में घेर लिया। जैसे ही पुलिस ने उसे घेरा, उसने पुलिस पर फायरिंग शुरू कर दी। पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए अमन को मुठभेड़ में मार गिराया। इस मुठभेड़ के बाद पुलिस अब उसके भाई और अन्य सहयोगियों की गिरफ्तारी के प्रयासों में जुटी है।
समाजवादी पार्टी का बयान
आगरा में हुए इस एनकाउंटर के बाद समाजवादी पार्टी ने एक्स (Twitter) पर एक पोस्ट जारी किया। पार्टी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार में अपराधियों का वर्चस्व है और जब सरकार अपराध रोकने में असफल होती है, तो वह फर्जी एनकाउंटर करवा देती है। सपा का कहना था कि इस एनकाउंटर में मारा गया युवक किसी अन्य जाति का था, लेकिन उसे यादव बताकर प्रचारित किया जा रहा है, जिससे सपा को बदनाम किया जा सके। पार्टी ने इसे एक साजिश करार दिया और भाजपा सरकार पर निशाना साधा।