जयपुर: राजस्थान विधान सभा स्पीकर सी पी जोशी द्वारा जारी किये गये नोटिस के खिलाफ सचिन पायलट और उनके गुट के विधायकों को आज हाईकोर्ट से राहत मिलने के बाद मुख्यमंत्री अशोक गहलोत और उनके विधायकों में हलचल तेज हो गयी है। सियासी खींचतान के बीच अशोक गहलोत अपने विधायकों को साथ लेकर राजभवन पहुंचे, लेकन यहां से भी उनको खाल हाथ लौटना पड़ा।
मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने राज्यपाल कलराज मिश्र से राजस्थान विधानसभा सत्र बुलाने की अपील की लेकिन राज्यपाल ने कोरोना संकट का हवाला देते हुए सत्र बुलाने से फिलहाल इनकार कर दिया है।
बताया जाता है कि राज्यपाल ने मुख्यमंत्री को सत्र बुलाने की उनकी अपील पर सोचने को कहा लेकिन तत्काल ऐसा करने से मना कर दिया है। अशोक गहलोत ने राज्यपाल को बताया कि उनके पास विधायकों का पूरा समर्थन है।
कहा जा रहा है कि अशोक गहलोत अब राजस्थान की इस लड़ाई को दिल्ली लेकर आना चाहते हैं। वे चाहते हैं कि कांग्रेस आलाकमान भी इसमें प्रत्यक्ष रूप से सामने आये और संकट को सुलझाने में महत्वपर्ण भूमिका निभाये।
इससे पहले आज हाईकोर्ट ने अपने फैसले में विधानसभा स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया था। अदालत ने स्पीकर के नोटिस पर स्टे लगा दिया है और अगले फैसले तक के लिये मामले में यथास्थिति बनाये रखने का आदेश दिया है।

