महराजगंज: जिलाधिकारी अमरनाथ उपाध्याय ने महाव नाले के टूटने की खबर का संज्ञान लेते हुए एडीएम स्तर के अधिकारी को समूचे मामले की जांच सौंपी है। डाइनामाइट न्यूज़ से एक्सक्लूसिव बातचीत में उन्होंने कहा कि इसकी तकनीकी जांच होगी कि नाला कैसे टूटा.. भ्रष्टाचार की भी पूरी जांच होगी।
डीएम ने कहा कि फिलहाल ग्रामीणों को सुविधा पहुंचाने पर प्रशासन का पूरा जोर है।
गौरतलब है कि शुक्रवार की दोपहर अचानक ठूठीबारी-बरगदवा मार्ग पर स्थित महान नाला टूट गया और महाव नाले से सटे हुए देवघट्टि, हरखपुरा, शिकारगढ़, हरपुर पाठक समेत आधा दर्जन गांव जलमग्न हो गए हैं।
इसके बाद चारों तरफ अफरा-तफरी मच गयी। आरोप है कि मरम्मत और सफाई के नाम पर दो करोड़ रुपये बीते महीनों में सिंचाई विभाग के डकैत इंजीनियरों ने खर्च कर डाले। इसके बावजूद पहली बारिश में ही बंधा टूट गया इससे भ्रष्टाचारियों के सरकारी धन के लूट की पूरी पोल-पट्टी खुल गयी।