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महराजगंज लौटी MBBS की छात्रा हुश्न आरा ने सुनाई युद्धग्रस्त यूक्रेन की यह भयावह दास्तान, धमाकों के बीच कई दिन रहीं बंकरों में, जानिये कैसे हुई सकुशल घर वापसी

महराजगंज की हुश्न आरा भी उन सैकड़ों छात्रों में शामिल हैं, जो मेडिकल की पढा़ई के लिये यूक्रेन गईं थी। लेकिन रूस के हमले के बाद यूक्रेन के हालात भयावह हो चुके हैं। डाइनामाइट न्यूज़ में जानिये युद्धग्रस्त यूक्रेन से लौटी हुश्न आरा की आपबीती और वहां की दास्तान
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज लौटी MBBS की छात्रा हुश्न आरा ने सुनाई युद्धग्रस्त यूक्रेन की यह भयावह दास्तान, धमाकों के बीच कई दिन रहीं बंकरों में, जानिये कैसे हुई सकुशल घर वापसी

सिसवा बाजार (महराजगंज): रूस के हमलों के बाद यूक्रेन के हालात युद्ध के बाद पूरी तरह भयावह हो चुके है। सिसवा की हुश्न आरा भी एमबीबीएस करने के लिये यूक्रेन गई लेकिन 10-11 दिन पहले रूस के हमलों के बाद वह भी अन्य छात्रों की तरह युद्धग्रस्त यूक्रेन में फंस गई थी। हुश्न आरा सौभाग्यशाली रहीं कि एक एमबीबीएस छात्रा के रूप में उसकी सकुशल घर वापसी हो गई है। हुश्न आरा के लौटने से उसके परिजनों के चेहरे खिल गये हैं। यूक्रेन से महराजगंज वापसी पर हुश्न आरा ने डाइनामाइट न्यूज़ के संग अपने अनुभव शेयर किये। पढ़िये क्या बोली हुश्न आरा।

डाइनामाइट न्यूज़ से खास बातचीत में हुश्न आरा ने बताया की रूस के हमलों के बाद युक्रेन के हालात बहुत खराब है। लेकिन वह जहां रहती थी, वहां हालात ठीक है। उसने बताया कि जहां वह रहती थी वहां पहला धमाका 24 फरवरी को हुआ था। धमाके के बाद हमको बंकर में रहने के लिए कहा गया और हमको बंकर में ही रहना पड़ता था। काफी डर लगा रहता था और दिल की धड़कने हर वक्त सहमी रहती थीं। 

बकौल हुश्न आरा “हमले के दौरान सायरन की आवाज सुनाई देती थी और हम लोग बंकर में चले जाते थे। शाम के समय लाइट काट दी जाती थी”। हुश्न आरा ने बताया कि सोमवार को विद्यालय की बस से रोमानिया के लिए निकली और शाम को रोमानिया पहूंच गयी। जहां सीरत में बनाएं गए सेल्टर होम में हमें रोका गया। वहां लोगों को बहुत अच्छी सुविधा दी गयी थी।

हुश्न आरा कहती हैं कि दो दिन रुकने के बाद हम वहां से एयरपोर्ट के लिए निकले और शुक्रवार को भारत की राजधानी दिल्ली पहुंची। जहां से उसको यूपी हाउस ले जाया गया। जहां से हमको सरकार द्वारा शनिवार को सकुशल घर पहुंचा दिया गया।

हुश्न आरा ने बताया कि पूरे प्रकरण में भारत सरकार और रोमानिया सरकार की भूमिका बहुत शानदार रही। उनका बहुत सहयोग मिला।

हुश्न आरा के पिता निजामुद्दीन अंसारी ने बताया कि पूरे मामले में भारत सरकार की भूमिका बहुत शानदार रही है और सरकार बधाई की पात्र है। बिटिया की घर वापसी की सभी परिजनों को बहुत खुशी है।

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