जानें, पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई के चंगुल में कैसे फंसा बीएसएफ का जवान

देश की गोपनीय रक्षा सूचनाएं पाकिस्तान को उपलब्ध कराने वाले जवान को नोएडा से गिरफ्तार किया गया है। आखिर भारतीय सेना का यह जवान पाकिस्तानी जांच एजेंसी आईएसआई के चंगुल में कैसे फंसा..पढ़ें डाइनामाइट न्यूज की यह एक्सक्लूसिव रिपोर्ट..

Post Published By: डीएन ब्यूरो
Updated : 19 September 2018, 7:33 PM IST

लखनऊ: पाकिस्तानी जांच एजेंसी आईएसआई के हनी ट्रैप में फंसकर एक बीएसएफ का जवान लंबे समय से बीएसएफ की गोपनीय जानकारियां पाकिस्तान भेजता रहा। हालांकि शक होने पर बीएसएफ के जवान को गिरफ्तार कर लिया गया है। उससे पूछताछ कर जानकारी जुटाने की कोशिश हो रही है। गिरफ्तार किए गए बीएसएफ जवान का नाम अच्युतानंद मिश्रा है। जो 2006 में बीएसएफ में भर्ती हुआ था। इसके परिवार में पत्नी और 2 बच्चें भी हैं।

पुलिस के मुताबिक जवान 2016 में एक पाकिस्तानी फेसबुक एकाउंट से जुड़ा। फर्जी फेसबुक अकाउंट चलाने वाली लड़की ने खुद को डिफेंस रिपोर्टर बताया। धीरे-धीरे बीएसएफ के जवान और महिला के बीच काफी बातें होने लगी, जिसके बाद बीएसएफ जवान ने अपने कमांड और गोला बारूद समेत ट्रूप की लोकेशन की फोटो और वीडियो लड़की के व्हाट्सएप नंबर पर भी भेजना शुरू कर दिया।

दरअसल पूरे मामले की शिकायत चंडीगढ़ की मिलिट्री इंटेलिजेंस ने यूपी पुलिस से की थी। जिसके बाद यूपी पुलिस ने मिलिट्री इंटेलिजेंस के साथ मिलकर एक सघन जांच अभियान चलाया। जिसके बाद अनेकों ऐसे फर्जी फेसबुक एकाउंट का पता चला, जो पाकिस्तान से संचालित होते है और भारतीय जैसे लगते हैं। अब यूपी पुलिस और मिलिट्री इंटेलिजेंस आरोपी जवान से पूछताछ कर यह पता करने में जुटे हैं कि उसने किन-किन खुफिया जानकारियों को पाकिस्तान भेजा है। अनुमान लगाने की कोशिश जारी है कि इससे सेना का कितना नुकसान हुआ है।

साथ ही यह भी पता लगाने की कोशिश जारी है की जवान के साथ और कौन-कौन से लोग इस मामले में शामिल थे। यूपी पुलिस इस खुलासे को अपने लिए काफी महत्वपूर्ण मानकर चल रही है। और उम्मीद जता रही है कि आगे और गिरफ्तारियां हो सकती हैं। वहीं अब इस खुलासे के बाद बीएसएफ हनी ट्रैप से बचने के लिए अपने जवानों को जागरूक करने के लिए एक जागरूकता अभियान भी शुरू करने की तैयारी कर रही है।
 

Published : 
  • 19 September 2018, 7:33 PM IST