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दुर्लभ बीमारी: हाथी के पांव जैसा मोटा हो गया था इंसानी पैर, पीड़ित व्यक्ति का डॉक्टरों ने ऐसे किया इलाज

दुनिया भर तरह-तरह की बीमारियां है, जिससे हम पूरी तरह से अनजान है। इन बीमारियों का इलाज भी बहुत ही मुश्किल से हो पाता है। दिल्ली में ऐसी एक दुर्लभ बीमारी का केस सामने आया है। पढ़ें पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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दुर्लभ बीमारी: हाथी के पांव जैसा मोटा हो गया था इंसानी पैर, पीड़ित व्यक्ति का डॉक्टरों ने ऐसे किया इलाज

नई दिल्ली: जरा सोचिए आपका एक पैर हाथी के पांव जितना मोटा हो जाए तो, किसी का भी डरना स्वाभाविक है। दिल्ली के अमित कुमार शर्मा इसी तरह की दर्लभ बीमारी और दर्द से पिछले 10 सालों से जुझ रहे थे। इस बीमारी का नाम लिम्फीडिमा है, जिसे आम बोलचाल भाषा में हाथी पांव कहा जाता है। ये बीमारी दुनिया की सबसे अनोखी बीमारियों में से एक है। कुछ समय पहले ही डॉक्टर्स की एक टीम ने अमित कुमार शर्मा की इस बीमारी का सफल ऑपरेशन किया। इस नामुकिन काम को राजधानी दिल्ली के मैक्स हॉस्पिटल के डॉक्टर्स ने मुमकिन कर दिखाया है। 

दिल्ली के अमित कुमार शर्मा को ये बीमारी 10 साल पहले हुई थी, दरअसल 10 साल पहले उनका एक एक्सीडेंट हुआ था, जिसके बाद उन्हें ये बीमारी हो गई। इस बीमारी की वजह से अमित का पैर कुछ ही दिन में हाथी के पांव के जितना मोटा हो गया है। अमित पैर इतना मोटा हो गया था कि वो चल तक नहीं पा रहे थे। जिसकी वजह से उनकी नौकरी भी चली गई थी। उनके घर में कोई और कमाने वाला भी नहीं था।  पिछले 10 सालों में अपनी इस बीमारी के इलाज के लिए अमित ने कई अस्पतालों के चक्कर काटें। फिर अगस्त 2021 में उन्होंने मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज में डॉक्टर्स को दिखाया, जिसके बाद डॉक्टरों नें उनकी सर्जली शुरू की। 

अमित की इस बीमारी का इलाज करने के लिए मैक्स हॉस्पिटल के 25 डॉक्टरों की टीम लगी थी, टीम ने 6 में 18 से ज्यादा सर्जरी कीं। इन सर्जरी में 90 घंटे से अधिक का समय लगा था। मैक्स हॉस्पिटल में जब अमित आए थे तब उनका पैर 50 किलों का था, सर्जरी के बाद अब उनका पैर 23 किलों का हो गया है। सर्जरी के बाद से उनके पैर का वजन 27 किलो कम हो चुका है। 

मैक्स हॉस्पिटल पटपड़गंज के एमडी ने बताया कि ये केस उनके लिए बिल्कुल नया था, इसके अलावा अमित ने पहले भी कई जगह इसका इलाज करवाया था। जिससे उनका ये केस ओर खराब हो गया था। लेकिन अब हमारी सफल सर्जरी के बाद अमित आम लोगों की तरह चल फिर सकते है। 

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