महराजगंज: सदर तहसील अंतर्गत ग्राम सभा सिसवा राजा में चल रहे विष्णु महायज्ञ के पहले दिन सुबह विद्वानों और पंडितों ने वैदिक मंत्रोच्चारण के साथ यज्ञ आहुति दी।
यज्ञवेदी पर श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगाई। मेले के संग अखंड कीर्तन भी शुरू हो गया।
महायज्ञ में भक्ति की धारा बह रही है।
महाराज ने पूजन के बाद रामकथा सुनाई। शाम को सीतामढ़ी के रामलीला कलाकारों ने रासलीला का मंचन किया।
आचार्य ने कहा कि इसका अर्थ है देव पूजा, संगति करण और दान। संसार के सभी श्रेष्ठ कर्म यज्ञ कहे जाते है।
यज्ञ को अग्निहोत्र, देवयज्ञ, होम, हवन, अध्वर भी कहते है। जहां होम होता है वहां से दूर देश में स्थित पुरुष की नासिका से सुगंध का ग्रहण होता है।