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अमेठी: विद्युत विभाग को लगा ‘करंट’, बिजली कटौती से आक्रोशित उपभोक्ता करेंगे ‘इलाज’

जिले में हो रही लगातार बिजली कटौती से उपभोक्ताओं का गुस्सा चरम पर है। बिजली आपूर्ति बाधित होने से किसानों और छात्रों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। परेशान ग्रामीण अब विभाग के खिलाफ आर-पार की लड़ाई का मन बना रहे हैं। पूरी खबर..
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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अमेठी: विद्युत विभाग को लगा ‘करंट’, बिजली कटौती से आक्रोशित उपभोक्ता करेंगे ‘इलाज’

अमेठी: जिले में बदस्तूर विद्युत कटौती से लोगों का जीना मुहाल हो गया है। बिजली की आपूर्ति बाधित होने से छाओं की पढ़ाई बाधित हो रही है। किसान भी बिजली की कटौती से काफी परेशान हैं। विभागीय लापरवाही को लेकर जनता का गुस्सा चरम पर है। उपभोक्ताओं का कहना है कि हर महीने भारी-भरकम बिजली का बिल अदा करने के बावजूद उनको रोस्टर के मुताबिक बिजली नहीं मिल पा रही है।

जिले के लगभग सभी पावर हाउसों में बिजली व्यवस्था ध्वस्त है। बाजार शुक्ल, जगदीशपुर, मुसाफिरखाना, भादर, गौरीगंज, जायस, मोहनगंज सहित सभी पावर हाउस भगवाने के भरोसे चल रहे हैं।

धन की बंदरबाट

विद्युत कटौती के कारण किसान खेतों में धान की रोपाई नहीं कर पा रहे हैं, जिससे किसान काफी परेशान हैं। गौरतलब है कि मानसून से पहले बिजली विभाग जर्जर तारों पर लटके पेड़ों की डालों व झाड़ियों की कटाई-छटाई कराता था, लेकिन धन की बंदरबाट के चलते अब लाइनों की पेट्रोलिंग नहीं होती है। आरोप है कि पेट्रोलिंग के लिए आने वाले धन का अधिकारी बंदरबांट कर अपनी अपनी जेबें भरते रहते हैं। हल्की आंधी-पानी आने पर जर्जर विद्युत तार टूटकर गिर जाते हैं, जिनको ठीक करने वाला कोई नहीं है।

सुविधा शुल्क के बिना ठीक नहीं होती लाइन 

कागज पर खानापूर्ति कर के अपने कर्तव्यों की पूर्ति करने वाला बिजली विभाग लोगों को खून के आंसू रुला रहा है। कई किसानों ने लाइनमैनों पर आरोप लगाते हुए कहा कि जब तक सुविधा शुल्क नहीं दिया जाता, तब तक लाइन मैन लाइन को ठीक करने नहीं आते। जगह-जगह विद्युत तारों पर लिपटी पेड़ की डालें विभाग के पेट्रोलिंग की पोल खोल रहे हैं। रोस्टर के मुताबिक बिजली न मिलने से उपभोक्ताओंमें आक्रोश व्याप्त है।

गंभीर परिणाम की चेतावनी

जगदीशपुर थाना क्षेत्र के आनंदनगर समेत जामों, गोरियाबाद, शंकरगंज आदि क्षेत्रों में धड़ल्ले से बिजली कटौती जारी है। जिसका खामियाजा उपभोक्ताओं को भुगतना पड़ रहा है। किसानों व ग्रामीण उपभोक्ताओं ने विद्युत विभाग के जिम्मेदार अधिकारियों से मांग करते हुए कहा कि उन्हें रोस्टर के मुताबिक बिजली मुहैया कराई जाए अन्यथा परिणाम गंभीर होंगे।
 

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