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महराजगंज के जरबेरा के बाद अब गुलाब के फूलों की खुश्बू से गमगमायेगा प्रदेश के साथ विदेश का बाजार

कृषि के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाने वाला महराजगंज जिला अब फूलों की खेती की तरफ बढ़ गया है। खेती के इस बदले स्वरूप के साक्षी बने हैं कसमरिया गांव निवासी युवा किसान ज्ञानेश्वर पटेल जिनके खेतो से निकलने वाले गुलाब अब बाजारों की खूबसूरती फैलाएंगी। जानिए डाइनामाइट न्यूज पर पूरी ख़बर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज के जरबेरा के बाद अब गुलाब के फूलों की खुश्बू से गमगमायेगा प्रदेश के साथ विदेश का बाजार

महराजगंज: कृषि के क्षेत्र में अपनी विशेष पहचान बनाने वाला महराजगंज जिला अब फूलों की खेती की तरफ बढ़ गया है। खेती के इस बदले स्वरूप के साक्षी बने हैं कसमरिया गांव निवासी युवा किसान ज्ञानेश्वर पटेल।

ज्ञानेश्वर की युवा सोच व कुछ कर गुजरने के जज्बे ने कृषि के पंरपरागत स्वरुप में व्यापक बदलाव ला दिया है। कसमरिया गांव में 30 लाख की लागत से बने पाली हाउस में जरबेरा फूल (अफ्रीकन डेजी) के बाद अब गुलाब की खुश्बू बाजारों की रौनक बढ़ाएंगी।

डाइनामाइट न्यूज से बातचीत के दौरान ज्ञानेश्वर पटेल ने बताया की पाली हाउस से जरबेरा के फूल के बाद अब गुलाब के फूल बाजारों में अपनी रौनक और खुश्बू बढ़ाएगी।

पुरस्कृत कर चुके हैं राज्यपाल व मुख्यमंत्री

जरबेरा की खेती के चलते रोजगार के नए अवसर का सृजन करने वाले ज्ञानेश्वर पटेल को 18 फरवरी 2018 में राजभवन लखनऊ में तत्कालीन राज्यपाल रामनाईक ने सम्मानित किया था।

गोरखपुर विश्वविद्यालय में आयोजित गोरखपुर महोत्सव में भी उन्हें प्रथम स्थान मिला। यहां मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के हाथों इन्हें सम्मान मिला। जब ये फूलों की खेती करना सुरु किए थे तब महराजगंज में जरबेरा की खेती करने का निर्णय चुनौती पूर्ण था।

इस दौरान बहुत समस्याएं भी खड़ी हुईं। लेकिन जब फूल खिले तो लगा कि मंजिल मिल गई। कृषि क्षेत्र में किया गया यह प्रयोग सफल होने के बाद जिले के अन्य किसानों द्वारा इस व्यवसायिक खेती की तरफ कदम बढ़ाया गया है।

दशहरे तक बाजारों में दिखने लगेगा महराजगंज का गुलाब

बारिश के बाद महराजगंज जनपद के कसमरिया गांव में स्थित पाली हाउस में गुलाब के पौधों का रोपण के बाद दशहरे तक पौधा बड़ा होकर गुलाब का फूल बाजारों में छाने लगेंगा।

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