New Delhi: भारत सरकार द्वारा संचालित प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना (PM-JAY) देश के करोड़ों जरूरतमंद नागरिकों के लिए स्वास्थ्य सुरक्षा की एक बड़ी सौगात है। यह योजना न सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर वर्ग के लिए लाभकारी है, बल्कि इसका उद्देश्य सभी को सस्ती और सुलभ स्वास्थ्य सेवाएं उपलब्ध कराना है।
इस योजना के तहत पात्र नागरिकों को आयुष्मान कार्ड प्रदान किया जाता है। इस कार्ड के जरिए व्यक्ति प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का मुफ्त इलाज देशभर के सूचीबद्ध अस्पतालों में करवा सकता है।
आयुष्मान कार्ड कैसे बनवाएं?
अगर आप इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं तो आपको सबसे पहले आयुष्मान कार्ड बनवाना होगा। इसके लिए दो तरीके है
1. सीएससी सेंटर के जरिए
नजदीकी कॉमन सर्विस सेंटर (CSC) पर जाकर अपनी पात्रता की जांच कराएं। अगर आप पात्र पाए जाते हैं तो वहां मौजूद ऑपरेटर आपके दस्तावेज़ों का सत्यापन कर आयुष्मान कार्ड के लिए आवेदन कर देगा।
2. ऑनलाइन माध्यम
आप आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर स्वयं भी आवेदन कर सकते हैं। साथ ही “आयुष्मान भारत एप” के माध्यम से भी कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं और उसे डाउनलोड कर सकते हैं।
क्या इलाज के लिए कोई शुल्क देना होता है?
एक बार जब आपका आयुष्मान कार्ड बन जाता है तो आप इससे पूरी तरह से मुफ्त इलाज करवा सकते हैं सालाना अधिकतम 5 लाख रुपये तक। यह सुविधा सरकारी और सूचीबद्ध निजी अस्पतालों में उपलब्ध है।
हालांकि, कुछ बातें जाननी जरूरी हैं
- योजना में शामिल बीमारियों और उपचारों का ही मुफ्त इलाज किया जाता है।
- जिन बीमारियों को योजना में शामिल नहीं किया गया है, उनके इलाज के लिए स्वयं भुगतान करना पड़ सकता है।
- अगर आप एक वर्ष में 5 लाख रुपये की सीमा पार कर लेते हैं तो शेष खर्च स्वयं वहन करना होगा।
योजना से कौन लाभान्वित हो सकता है?
यह योजना विशेष रूप से गरीबी रेखा के नीचे (BPL) जीवनयापन करने वाले परिवारों, सामाजिक रूप से कमजोर वर्गों और अनौपचारिक क्षेत्र के कामगारों के लिए बनाई गई है। पात्रता की जांच के लिए आप अपने CSC सेंटर पर आधार कार्ड और अन्य दस्तावेज़ लेकर जा सकते हैं।