Site icon Hindi Dynamite News

Ukraine war: हथियार निर्यात के रिकॉर्ड से अमेरिका की आमदनी बढ़ी, जानें क्या यूक्रेन युद्ध ने पहुंचाया आर्थिक लाभ ?

यूक्रेन युद्ध ने अमेरिका के सैन्य-औद्योगिक क्षेत्र को बड़ा लाभ दिया है। 2024 में रिकॉर्ड रक्षा खर्च और हथियार निर्यात बढ़ा, जिससे अमेरिकी कंपनियों को भारी मुनाफा हुआ।
Post Published By: Sapna Srivastava
Published:
Ukraine war: हथियार निर्यात के रिकॉर्ड से अमेरिका की आमदनी बढ़ी, जानें क्या यूक्रेन युद्ध ने पहुंचाया आर्थिक लाभ ?

Kyiv: यूक्रेन युद्ध ने न केवल यूरोप और रूस को प्रभावित किया है, बल्कि अमेरिका को भी आर्थिक लाभ दिया है। हाल ही में Observer Research Foundation (ORF) की रिपोर्ट में कहा गया है कि युद्ध के चलते अमेरिका का सैन्य-औद्योगिक नेटवर्क “तेजी से” बढ़ा है। रिपोर्ट के अनुसार अमेरिका ने यूक्रेन को उसके कुल हथियारों की 45 प्रतिशत आपूर्ति की, जिससे अमेरिका का रक्षा व्यापार चरम पर पहुंच गया।

सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि

रिपोर्ट में बताया गया है कि 2024 में वैश्विक रक्षा खर्च 9.4 प्रतिशत बढ़कर 2.72 ट्रिलियन डॉलर हो गया, जो शीत युद्ध के बाद सबसे बड़ी वार्षिक वृद्धि है। इसका मुख्य कारण यूक्रेन संघर्ष रहा। अमेरिका ने अपने घरेलू हथियार उद्योग का उपयोग करते हुए यूक्रेन को हथियार, गोला-बारूद और सैन्य उपकरण उपलब्ध कराए, साथ ही अपने और सहयोगी देशों के स्टॉक भी भरने का काम किया।

यूक्रेन युद्ध से अमेरिका की आमदनी बढ़ी

रिपोर्ट के अनुसार 2020 से 2024 के बीच यूक्रेन दुनिया का सबसे बड़ा हथियार आयातक बन गया। 2015-19 में जहां उसका हिस्सा सिर्फ 0.1 प्रतिशत था, वह अब 8.8 प्रतिशत तक पहुंच गया है — यानी 9,627 प्रतिशत की वृद्धि। इस अवधि में अमेरिका ने यूक्रेन को 45 प्रतिशत हथियारों की आपूर्ति की, जो अमेरिका के कुल निर्यात का 9.3 प्रतिशत है।

Russia and Ukraine War: रूस-यूक्रेन युद्ध एक बार फिर नए उबाल पर, जानिए अब क्या होगा

मिसाइलों की बिक्री को मंजूरी दी

इसके अलावा अमेरिका ने 2024 और 2025 में सहायता के बजाय बिक्री मॉडल अपनाना शुरू कर दिया। अगस्त 2025 में अमेरिका ने 825 मिलियन डॉलर की Extended Range Attack Munitions (ERAM) मिसाइलों की बिक्री को मंजूरी दी। यह सौदा नाटो सहयोगियों जैसे डेनमार्क, नॉर्वे और नीदरलैंड द्वारा वित्त पोषित हुआ।

खरीद में बड़ा इजाफा

नाटो के देशों ने अमेरिकी हथियारों की खरीद में बड़ा इजाफा किया है। जुलाई 2025 में नाटो सचिवालय में हुई बैठक में अमेरिका ने यूरोपीय देशों और कनाडा को 10 अरब डॉलर से अधिक के हथियार खरीदने के लिए राजी किया। इसके अलावा, सदस्य देशों ने 2035 तक रक्षा खर्च को जीडीपी का 5 प्रतिशत करने का लक्ष्य रखा, जो 2006 में तय 2 प्रतिशत लक्ष्य से 150 प्रतिशत अधिक है।

Russia-Ukraine War: जल्द ही समाप्त हो जाएगा यूक्रेन युद्ध! पुतिन से पीएम मोदी ने की इस मुद्दे पर चर्चा

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि अमेरिका का वैश्विक हथियार निर्यात में हिस्सा 35 प्रतिशत से बढ़कर 43 प्रतिशत हो गया है। 2024 में Foreign Military Sales (FMS) प्रणाली के तहत रक्षा आपूर्ति का मूल्य 117.9 अरब डॉलर पहुंच गया, जो पिछले साल की तुलना में 45.7 प्रतिशत अधिक है। लॉकहीड मार्टिन, RTX, जनरल डायनामिक्स, नॉर्थ्रॉप ग्रुम्मन और बोइंग जैसी कंपनियों ने कुल अनुबंधों का एक-तिहाई हिस्सा हासिल किया।

Exit mobile version