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Gorakhpur Crime: गोरखपुर में नाबालिग लड़की का अपहरण, पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल

बाजार थाना क्षेत्र के एक गांव में रिश्तेदारी में आई 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं। पढ़िए डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: Poonam Rajput
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Gorakhpur Crime: गोरखपुर में नाबालिग लड़की का अपहरण, पुलिस की लापरवाही पर उठे सवाल

गोरखपुर: उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में पुलिस की कार्यशैली पर उस वक्त सवाल उठने लगे, जब गोरखपुर पुलिस पांच दिन के बाद भी लापता लड़की को नहीं ढूंढ़ पाई। जनपद गोरखपुर के गोलाबाजार थाना क्षेत्र के एक गांव में रिश्तेदारी में आई 16 वर्षीय नाबालिग लड़की के अपहरण के मामले में पुलिस की कार्यशैली पर गंभीर सवाल खड़े हो गए हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, घटना को पांच दिन बीत चुके हैं, लेकिन अब तक न तो लड़की को बरामद किया जा सका है और न ही आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है। परिजनों और स्थानीय लोगों में पुलिस की निष्क्रियता को लेकर गहरी नाराजगी है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक लापता नाबालिग लड़की अपनी मौसी के घर रह रही थी। 19 अप्रैल को सिकरीगंज का एक युवक उसे बहला-फुसलाकर अगवा कर ले गया। इस घटना में उसकी मौसी भी शामिल बताई जा रही है जो संत कबीर नगर जिले के धनघटा थाना क्षेत्र की रहने वाली है। परिजनों ने बताया कि मौसी ने खुद जाकर आरोपी की मौसी के घर संत कबीर नगर में लड़की को देखा और उसे घर लाने की कोशिश की लेकिन वहां आरोपी युवक, उसके पिता और मौसी ने मौसी को धमकाया और जान से मारने की धमकी दी। इस पूरे मामले में पीड़िता की मौसी ने 3 जून को गोला थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई थी।

मौसी रो-रोकर लगा रही न्याय की गुहार

मौसी का कहना है कि उसने अपहृत लड़की के ठिकाने के बारे में पुलिस को स्पष्ट जानकारी दी थी, फिर भी पुलिस ने दबिश नहीं दी। मौसी ने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस आरोपियों को बचाने की कोशिश कर रही है। पीड़िता की मौसी रो-रोकर न्याय की गुहार लगा रही है।

कब तक लापता लड़की की तलाश होगी पूरी

स्थानीय ग्रामीणों का कहना है कि अगर पुलिस गंभीरता से कार्रवाई करे तो लड़की को तुरंत बरामद किया जा सकता है। लेकिन पुलिस की निष्क्रियता और उदासीन रवैये से लोगों का भरोसा डगमगा गया है। इस मामले में गोला थाना प्रभारी से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन कोई जवाब नहीं मिला। अब देखना यह है कि गोरखपुर पुलिस इस मामले में आगे क्या कदम उठाती है और पीड़ित परिवार को कब न्याय मिलता है.

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