मुंबई: प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को 3 हजार करोड़ रुपये के यस बैंक लोन धोखाधड़ी मामले से जुड़ी मनी लॉन्ड्रिंग की जांच के लिए अनिल अंबानी से जुड़े 40-50 ठिकानों पर छापामारी की। इस खबर के बाद अनिल अंबानी की कंपनी के शेयर ढह गए। शेयर गिरने की खबर से निवेशकों में अफरातफरी मच गई।
जानकारी के अनुसार रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर और रिलायंस पावर के शेयरों में गुरुवार और शुक्रवार के सेशन को मिलाकर 10 परसेंट की गिरावट आई । आज दोनों कंपनियों के शेयर में 5 परसेंट का लोअर सर्किट लगा। बीएसई पर रिलायंस पावर का शेयर 5 परसेंट गिरकर 56.72 रुपये पर आ गया। जबकि रिलायंस इंफ्रास्ट्रक्चर का शेयर भी 5 परसेंट की गिरावट के साथ 342.05 रुपये पर आ गया।
ईडी का कहना है कि लोन के रूप में मिले इन पैसों को कथित तौर पर फर्जी कंपनियों और ग्रुप की दूसरी कंपनियों में डायवर्ट किया गया है।
ईडी की इस जांच के दायरे में 50 से ज्यादा कंपनी और 25 अधिकारी शामिल हैं. इसके अलावा, सेबी ने अलग से रिलायंस होम फाइनेंस लिमिटेड (RHFL) से जुड़ी कई जानकारी दी और साथ में बताया कि कंपनी का कॉरपोरेट लोन बुक एक साल के भीतर ही दोगुनी से अधिक हो गई है।
ED की प्रारंभिक जांच में खुलासा हुआ है कि पब्लिक मनी को धोखाधड़ी से निकालने की एक योजनाबद्ध साजिश रची गई थी, जिसमें बैंकों, शेयरधारकों, निवेशकों और अन्य सार्वजनिक संस्थाओं को चूना लगाया गया।
जांच में YES बैंक के प्रमोटर्स सहित कुछ बैंक अधिकारियों की मिलीभगत और रिश्वतखोरी की आशंका भी जताई गई है।
इधर, इन सबके चलते अनिल अंबानी की कंपनियों के प्रति निवेशकों का सेंटीमेंट कमजोर हुआ है, जिससे रिलायंस इंफ्रा और रिलायंस पावर दोनों के शेयरों में बिकवाली देखी जा रही है।
हालांकि गुरुवार को देर शाम को रिलायंस पावर ने अपने लेटेस्ट एक्सचेंज फाइलिंग में बताया था कि ईडी द्वारा हाल ही में की गई कार्रवाई का रिलायंस पावर के बिजनेस ऑपरेशन, वित्तीय प्रदर्शन, शेयरधारकों, कर्मचारियों या किसी अन्य हितधारक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा।
लेकिन इसके बाद भी निवेशकों को भरोसा रिलायंस पावर पर नहीं टिका और स्टॉक आज फिर 5% गिरा। खबर लिखे जानें तक शेयर बीएसई पर 5% या 2.98 रुपये गिरकर 56.72 रुपये पर है।