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UP Board Topper Yash Pratap Singh: मिलिये यूपी बोर्ड 10वीं के टॉपर यश प्रताप से, जानिये कैसे रचा इतिहास

यश प्रताप सिंह ने डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुए यश ने कहा, "मैं बहुत खुश हूं।" पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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UP Board Topper Yash Pratap Singh: मिलिये यूपी बोर्ड 10वीं के टॉपर यश प्रताप से, जानिये कैसे रचा इतिहास

कासगंज: उत्तर प्रदेश में हाईस्कूल परीक्षा का परिणाम शुक्रवार को घोषित कर दिया गया और इस बार यूपी के जालौन जिले के रहने वाले यश प्रताप सिंह ने यूपी बोर्ड हाईस्कूल परीक्षा में शानदार प्रदर्शन करते हुए प्रदेश में पहला स्थान हासिल किया है। यश ने 97.83 प्रतिशत अंक हासिल कर न सिर्फ अपनी मेहनत को साबित किया है बल्कि अपने परिवार, स्कूल और पूरे जिले का नाम भी रोशन किया है।

जालौन जिले के रहने वाले यश प्रताप सिंह

यश प्रताप सिंह जालौन जिले के उमरी गांव के रहने वाले हैं। उनके पिता विनय कुमार भदौरिया जो जालौन के श्रीमती रसकेन्द्री देवी इंटर कॉलेज के प्रधानाचार्य हैं और माता श्रीमती सुमन सिंह जो गृहिणी हैं, ने उन्हें हमेशा प्रेरित किया। यश ने अपनी प्रारंभिक शिक्षा उरई के अंग्रेजी माध्यम स्कूल जीवन ज्योति चंद्र कमल अकादमी से प्राप्त की। इसके बाद उन्होंने हाईस्कूल तक की पढ़ाई श्रीमती रसकेन्द्री देवी इंटर कॉलेज से की।

कासगंज में है यश प्रताप सिंह

यश के बड़े भाई अनुज प्रताप सिंह जो अभी बीटीसी की पढ़ाई कर रहे हैं, भी अपने छोटे भाई की सफलता पर काफी गर्वित हैं। यश हाल ही में कासगंज में अपने मामा के घर आए थे और यहीं रहकर उन्होंने अपना परीक्षा परिणाम देखा। परिणाम आते ही पूरे परिवार और रिश्तेदारों में खुशी की लहर दौड़ गई। यश के पास कासगंज के जालौन से लगातार फोन आ रहे थे और उनके जानने वाले उन्हें बधाई दे रहे थे।

डाइनामाइट न्यूज से की बातचीत

अपनी इस उपलब्धि के बारे में डाइनामाइट न्यूज़ से बात करते हुए यश ने कहा, “मैं बहुत खुश हूं कि मैंने यूपी बोर्ड हाईस्कूल में टॉप किया। यह मेरे लिए गर्व का क्षण है। यह मेरे परिवार और शिक्षकों के सहयोग से संभव हो पाया। अब मैं आगे की पढ़ाई में भी इसी तरह मेहनत करूंगा।”

यश ने बिना किसी कोचिंग के यह सफलता हासिल की है, जो यह साबित करता है कि सही मार्गदर्शन और कड़ी मेहनत से कोई भी लक्ष्य हासिल किया जा सकता है। उनके पिता विनय कुमार भदौरिया ने हमेशा उन्हें प्रेरित और मार्गदर्शन किया, जिसका नतीजा आज सबके सामने है।

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