लखनऊ: उत्तर प्रदेश के लाखों राशन कार्डधारकों के लिए एक बड़ी राहत की खबर सामने आई है। अब शादीशुदा महिलाओं को अपने ससुराल के राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए विभागीय दफ्तरों के चक्कर नहीं काटने पड़ेंगे। शादी के बाद जैसे ही लड़की का नाम मायके के राशन कार्ड से हटाया जाएगा, उसी वक्त उसका नाम ससुराल के पते पर अपने आप जुड़ जाएगा।
सॉफ्टवेयर में बड़ा बदलाव
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, अब तक की प्रक्रिया में शादी के बाद मायके से नाम कटवाने के बाद भी ससुराल के राशन कार्ड में नाम जुड़वाने के लिए काफी पापड़ बेलने पड़ते थे। विभाग की तरफ से बार-बार यूनिट खाली न होने का हवाला देकर लोगों को लौटाया जाता था। इस समस्या को खत्म करने के लिए खाद्य एवं रसद विभाग ने अपने सॉफ्टवेयर में बड़ा बदलाव करने का निर्णय लिया है।
ससुराल के राशन कार्ड में दर्ज
राज्य सरकार की योजना है कि इस सुविधा से उन लाखों महिलाओं को राहत दी जाए जो शादी के बाद खुद को सरकारी योजनाओं से वंचित पाती हैं। सॉफ्टवेयर में बदलाव के बाद जब कोई अपने मायके से नाम हटाने के लिए आवेदन करेगा, उसी समय सिस्टम उससे नया पता पूछेगा। आधार कार्ड में नया पता अपडेट कराकर या ससुराल के परिवार रजिस्टर में नाम जुड़वाकर महिला सीधे ससुराल के राशन कार्ड में दर्ज हो सकेगी।
सबसे खास बात यह है कि अब यूनिट की उपलब्धता नहीं देखी जाएगी। यानी अगर ससुराल वाले मोहल्ले में यूनिट फुल भी है, तब भी महिला का नाम जुड़ सकेगा। इससे बहुओं को अब “यूनिट खाली नहीं है” जैसी बातों से जूझना नहीं पड़ेगा।
खाद्य विभाग के मुताबिक इस बदलाव का मकसद प्रक्रिया को पारदर्शी और मानवीय बनाना है। राज्य में करीब 15.23 करोड़ लोगों को सार्वजनिक वितरण प्रणाली से जोड़ा जाना है और यह नया कदम इस दिशा में एक बड़ी पहल माना जा रहा है।
यह बदलाव महिलाओं को न सिर्फ तकनीकी राहत देगा, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भर और आत्मसम्मान के साथ अपनी नई जिंदगी शुरू करने में भी मदद करेगा। सरकार का यह कदम बेटी और बहू दोनों के सम्मान की दिशा में एक मजबूत कदम है।

