फतेहपुर: जिले के एक छोटे से गांव के रहने वाले श्रेयांश कुमार ने कड़ी मेहनत, लगन और प्रतिबद्धता की मिसाल कायम करते हुए उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा परिषद (यूपी बोर्ड) हाईस्कूल परीक्षा 2025 में राज्य स्तर पर नौवां स्थान हासिल किया है। उसने 96.50 प्रतिशत अंक हासिल कर न सिर्फ अपने माता-पिता, स्कूल बल्कि पूरे जिले का नाम रोशन किया है।
कठिन परिस्थितियों के बावजूद सफलता हासिल की
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक, दिहाड़ी मजदूर के बेटे श्रेयांश कुमार ने सीमित संसाधनों और कठिन परिस्थितियों के बावजूद जिस तरह सफलता हासिल की है, वह हजारों छात्रों के लिए प्रेरणा का स्रोत बन गया है। श्रेयांश जनक दुलारी इंटर कॉलेज का छात्र है और पढ़ाई के प्रति उसकी गंभीरता शुरू से ही दिखाई देती थी। शिक्षकों के अनुसार वह बहुत ही अनुशासित, मेहनती और जिज्ञासु छात्र रहा है।
प्रदेश में नौवां स्थान पाया
उन्होंने बोर्ड परीक्षा में 600 में से 579 अंक प्राप्त कर प्रदेश में नौवां स्थान प्राप्त किया है, जो कोई साधारण उपलब्धि नहीं है। खास बात यह है कि श्रेयांश ने किसी कोचिंग या ट्यूशन की मदद नहीं ली, बल्कि आत्मविश्वास और स्कूल व घर पर नियमित अभ्यास के दम पर यह मुकाम हासिल किया।
सपनों में कभी रुकावट नहीं आने दी
श्रेयांश के पिता एक कंस्ट्रक्शन साइट पर मजदूरी करते हैं और परिवार की आर्थिक स्थिति बहुत अच्छी नहीं है। इसके बावजूद माता-पिता ने कभी भी अपने बेटे के सपनों के आड़े नहीं आने दिया। श्रेयांश की मां ने भी घर के सभी कामों को संभालते हुए उसे पढ़ाई के लिए अनुकूल माहौल देने की पूरी कोशिश की।
श्रेयांश इंजीनियर बनना चाहता है
अपनी सफलता पर प्रतिक्रिया देते हुए श्रेयांश ने कहा, “मैं इसे अपनी कड़ी मेहनत और अपने माता-पिता के आशीर्वाद का नतीजा मानता हूं। मैं भविष्य में इंजीनियर बनना चाहता हूं और देश के विकास में अपना योगदान देना चाहता हूं।” उन्होंने अपने शिक्षकों और स्कूल प्रशासन का भी आभार जताया, जिन्होंने हर कदम पर उनका मार्गदर्शन किया।
श्रेयांश को सम्मानित करने की घोषणा
जनक दुलारी इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल ने कहा कि श्रेयांश की यह उपलब्धि स्कूल के लिए गर्व की बात है और वह अन्य छात्रों के लिए रोल मॉडल बन गया है। जिला प्रशासन ने भी श्रेयांश को सम्मानित करने की घोषणा की है।