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हैदराबाद में पुलिसकर्मियों पर ‘हमला’ करने के बाद वाईएस शर्मिला गिरफ्तार

वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाई. एस. शर्मिला को उनके आवास के बाहर पुलिस के साथ कहासुनी के उपरांत पुलिस कर्मियों पर कथित तौर पर ‘हमला’ करने के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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हैदराबाद में पुलिसकर्मियों पर ‘हमला’ करने के बाद वाईएस शर्मिला गिरफ्तार

हैदराबाद: वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की अध्यक्ष वाई. एस. शर्मिला को उनके आवास के बाहर पुलिस के साथ कहासुनी के उपरांत पुलिस कर्मियों पर कथित तौर पर ‘हमला’ करने के बाद सोमवार को गिरफ्तार कर लिया गया। पुलिस ने यह जानकारी दी।

पुलिसकर्मियों की शिकायत के आधार पर शर्मिला के खिलाफ एक मामला दर्ज किया गया है, जिसमें उन पर एक उपनिरीक्षक के साथ मारपीट करने, एक पुलिस कांस्टेबल पर अपना वाहन चढ़ाने और उसके पैर को घायल करने तथा पुलिस अधिकारियों को गाली देने का आरोप लगाया गया है।

पुलिस ने कहा कि वे वीडियो फुटेज का भी विश्लेषण कर रहे हैं, जिसमें कथित तौर पर शर्मिला की मां वाई. एस. विजयम्मा भी जुबली हिल्स पुलिस थाने के पास हाथापाई के दौरान एक महिला कांस्टेबल को थप्पड़ मारती दिख रही हैं, जहां वह गिरफ्तार शर्मिला से मिलने गई थीं।

पुलिस ने बताया कि शर्मिला एवं उनके चालक के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 353 (सरकारी कर्मचारी को कर्तव्य निर्वहन से रोकने के लिए हमला या आपराधिक बल का इस्तेमाल करना), 332 (जान-बूझकर सरकारी कर्मचारी को ड्यूटी से रोकने के लिए चोट पहुंचाना), 324 (जान-बूझकर चोट पहुंचाना) और 509 (महिला की मर्यादा के हनन के लिए शब्द, इशारा या कार्य) के तहत मामला दर्ज किया गया है।

पुलिस ने बताया कि उन्होंने कुछ टीवी फुटेज देखे हैं, जिनमें शर्मिला उन पुलिसकर्मियों पर हमला करती हुई नजर आ रही हैं, जो उन्हें बिना अनुमति के प्रदर्शन करने से रोकने की कोशिश कर रहे हैं।

पुलिस उपायुक्त (पश्चिमी क्षेत्र) डी. जोएल डेविस ने संवाददाताओं से कहा, ‘‘जब हमें उनके एसआईटी कार्यालय की ओर जाने की सूचना मिली, तो अधिकारी उनके आवास पर पहुंचे, क्योंकि उन्होंने प्रदर्शन के लिए पूर्व अनुमति नहीं ली थी।’’

पुलिस उपायुक्त ने बताया, ‘‘अधिकारी उन्हें अनुमति नहीं होने की जानकारी देने और वहां जाने से रोकने के लिये गए थे। जो तस्वीरें सामने आई हैं, उनमें वह पुलिस अधिकारियों पर हमला करती हुई दिख रही हैं। अधिकारियों से शिकायत मिलने के बाद हम उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई करेंगे।’’

शर्मिला ने कहा कि वह एसआईटी कार्यालय जाकर तेलंगाना राज्य लोकसेवा आयोग (टीएसपीएससी) प्रश्नपत्र लीक मामले में ज्ञापन देना चाहती थीं, जिसकी जानकारी होने पर पुलिस ने उन्हें घर में नजरबंद कर दिया।

टीवी चैनलों पर प्रसारित फुटेज में दिख रहा है कि नाराज शर्मिला कथित तौर पर एक पुलिसकर्मी को धक्का दे रही हैं और महिला पुलिस कांस्टेबल पर हमला कर रही हैं, पुलिस से सवाल कर रही हैं कि वह उन्हें क्यों रोक रही है।

जैसे ही उन्होंने एक वाहन में आगे बढ़ने की कोशिश की, पुलिस ने उसे रोक दिया और उन्हें आगे बढ़ने से रोक दिया, जिसके बाद उन्होंने पुलिस से सवाल-जवाब किया और उनसे बहस की।

पुलिस ने बताया कि इसके बाद वह सड़क पर बैठ गईं।

एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें जानकारी मिली कि वह एसआईटी कार्यालय में विरोध प्रदर्शन करने की योजना बना रही थीं। इसकी कोई अनुमति नहीं थी। जब पुलिसकर्मियों ने उन्हें रोकने की कोशिश की, तो उन्होंने उनके साथ दुर्व्यवहार किया और उनमें से दो को धक्का भी दिया।’’

अपने कृत्य का बचाव करते हुए शर्मिला ने यहां जारी एक बयान में कहा, ‘‘यह मेरी जिम्मेदारी है कि आत्मरक्षा में कदम उठाऊं।’’ उन्होंने पुलिस पर ‘दुर्व्यवहार’ करने का भी आरोप लगाया।

शर्मिला द्वारा महिला कांस्टेबल को थप्पड़ मारने संबंधी सूचना के बारे में पूछे जाने पर अधिकारी ने कहा कि वह घटना का सत्यापन कर रहे हैं और वाईएसआर तेलंगाना पार्टी की नेता को हिरासत में लिया गया है।

अविभाजित आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस राजशेखर रेड्डी की बेटी और आंध्र प्रदेश के मौजूदा मुख्यमंत्री वाई एस जगन मोहन रेड्डी की बहन शर्मिला ने इससे पहले प्रश्नपत्र लीक मामले की जांच केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) या किसी मौजूदा न्यायाधीश से कराने की मांग की थी।

जुबली हिल्स पुलिस थाने जाने पर शर्मिला की मां विजयम्मा द्वारा भी एक महिला कांस्टेबल को थप्पड़ मारे जाने की खबरों के बारे में पूछे जाने पर पुलिस ने कहा, 'फुटेज दिखाते हैं कि विजयम्मा ने थाने के पास पुलिसकर्मियों के साथ हाथापाई के दौरान एक महिला कांस्टेबल को थप्पड़ मारा। हम व्यापक ब्योरा प्राप्त करेंगे और सत्यापन के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।'

विजयम्मा ने कहा कि पुलिसकर्मियों ने उन्हें थाने में अपनी कार में बैठने के लिए मजबूर किया।

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