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महराजगंज: दावों की खुली पोल, गरीब के घर नहीं पहुंच सकी उज्ज्वला गैस समेत कई योजनाएं

तंत्र और जिम्मेदारों की लापरवाही से नगर पालिका के वार्ड पंतनगर में 55 वर्षीय कोइली देवी के घर अभी तक उज्ज्वला गैस नहीं पहुंच सकी। यह परिवार आज भी चूल्हे पर उठते लकड़ी के धुएं से जूझ रहा है। पढें डाइनामाइट न्यूज की ये खास पडताल
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज: दावों की खुली पोल, गरीब के घर नहीं पहुंच सकी उज्ज्वला गैस समेत कई योजनाएं

महराजगंज: सरकार भले ही समाज के निचले हिस्से तक सरकारी योजनाओं के दावे कर ले किंतु जमीनी सच्चाईयां कुछ और ही बयां कर रही हैं। तंत्र की लापरवाही के कारण पीएम मोदी की महत्वाकांक्षी उज्जवला समेत अन्य योजनाओं का लाभ कुछ जरूरतमंदों व पात्र लोगों को नहीं मिल पा रहा है।

सरकारी योजनाओं को लेकर मिली कुछ शिकायतों पर डाइनामाइट न्यूज़ टीम रविवार को नगर पालिका के वार्ड नंबर 5 पंतनगर पहुंची, जहां कई नई बातें सामने आईं।

जनपद की नगर पालिका के वार्ड नंबर 5 पंतनगर के निवासी 62 वर्षीय जवाहर पुत्र स्व जोखई की आज तक वृद्वावस्था पेंशन स्वीकृत नहीं हो सकी है। उनका परिवार आज भी लकड़ी जलाकर चूल्हा फूंकता है।

जवाहर की पत्नी कोइली देवी (55) लकडी बीनकर लाती है और तब इस परिवार का चूल्हा जलता है।

जवाहर के परिवार में तीन पुत्र विष्णु, विश्वंभर, जितेन्द्र तथा दो पुत्रवधु और दो नातियों के साथ कुल नौ सदस्य हैं। इस परिवार का सारा भोजन लकडी के चूल्हे पर आश्रित है। इस परिवार के पास अंत्योदय कार्ड भी है। लेकिन इसके बावजूद भी वे कई योजनाओं से वंचित है।

गरीब होने के कारण सरकारी योजना के तहत इस परिवार का शौचालय भी बन चुका है।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता से बातचीत में जवाहर बताते हैं कि उज्जवला गैस कनेक्शन के उन्होंने वार्ड मेंबर, नगर पालिका अध्यक्ष समेत तमाम जनप्रतिनिधियों के चक्कर काटे लेकिन सभी से आश्वासनों के अलावा कुछ हासिल न हो सका।

जवाहर ने बताया कि उन्होंने कई बार सरकारी आवास, पेंशन, उज्जवला गैस कनेक्शन के लिए जनप्रतिनिधियों को लिखित व मौखिक सूचना दी और इनकी मांग की लेकिन दो वर्षों बाद भी उन्हें सुविधाएं नहीं मिलीं।  

शत प्रतिशत उज्जवला गैस के प्रसार प्रसार का सरकारी कार्य आज काफी तेजी से पढने व सुनने को मिल रहा है। लेकिन नगर पालिका क्षेत्र के परिसीमन में विस्तार तो हुआ किंतु नागरिकों की बदहाल स्थिति आज भी यथावत बनी हुई है।

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