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यावल अभयारण्य से खरगोन आया बाघ, शख्स को बनाया अपना निवाला, जानिये पूरी घटना

महाराष्ट्र के यावल अभयारण्य से मध्यप्रदेश के खरगोन वन मंडल क्षेत्र के चिरिया वन परिक्षेत्र में आये एक बाघ के हमले में घायल हुए व्यक्ति की इलाज के लिए इंदौर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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यावल अभयारण्य से खरगोन आया बाघ, शख्स को बनाया अपना निवाला, जानिये पूरी घटना

खरगोन: महाराष्ट्र के यावल अभयारण्य से मध्यप्रदेश के खरगोन वन मंडल क्षेत्र के चिरिया वन परिक्षेत्र में आये एक बाघ के हमले में घायल हुए व्यक्ति की इलाज के लिए इंदौर ले जाते समय रास्ते में मौत हो गयी। 

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार वन अधिकारी ने कहा कि यह घटना खुशियाली गांव में उस समय हुई, जब बाघ महाराष्ट्र के जलगांव जिले में स्थित यावल वन्यजीव अभयारण्य से मध्य प्रदेश में आ गया।

भीकनगांव के अनुविभागीय अधिकारी (एसडीओ), वन दिनेश वास्केल ने कहा कि मृतक की पहचान संतोष भास्कर (35) के रूप में हुई है।

उन्होंने बताया कि बाघ के हमले में घायल भास्कर को पड़ोस के खंडवा जिले से इंदौर रेफर किया गया था, लेकिन रास्ते में बड़वाह कस्बे के पास उसकी मौत हो गई।

खरगोन के वन मंडल अधिकारी प्रशांत सिंह ने कहा, ‘‘यावल से बाघ खरगोन के चिरिया वन क्षेत्र में भटक गया और भास्कर व अन्य ग्रामीणों ने उसे डंडे से भगाने की कोशिश की तो बाघ ने उन पर हमला कर दिया जिससे भास्कर घायल हो गया।’’

उन्होंने कहा कि बाघ को वापस महाराष्ट्र में अपने क्षेत्र में वापस भेजने के प्रयास निरर्थक साबित हुए। उन्होंने कहा, 'चिरिया रेंज में प्रवेश करने के बाद, बाघ ने एक जानवर का शिकार किया और वह आराम करना चाहता था।’’

उन्होंने बताया, बाघ की उपस्थिति की सूचना पाकर ग्रामीणों ने उसे परेशान करना शुरू किया और इसके चलते वह उत्तर पूर्वी क्षेत्र में 10-12 किलोमीटर चलने के बाद दक्षिण दिशा की ओर लौटा और खुशियाली गांव में एक छोटे से खेत में करीब चार घंटे तक बैठा रहा।

वास्केल ने बताया कि इसी दौरान किसी ग्रामीण ने उसकी पूंछ के समीप डंडे से जमीन को ठोका, जिसके चलते वह आक्रामक होकर उन पर झपट पड़ा और एक व्यक्ति को घायल कर दिया।

उन्होंने बताया कि वन विभाग के कर्मियों को तैनात कर इस बाघ के गतिविधियों की निगरानी की जा रही है। इसके अलावा, ग्रामीणों को सचेत कर जंगल न जाने और बाघ को परेशान न करने की अपील की गई है।

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