नयी दिल्ली: भारतीय एयरलाइनों को अगले वित्त वर्ष के दौरान 1.6 से 1.8 अरब डॉलर का समेकित घाटा होने का अनुमान है। विमानन क्षेत्र की परामर्शदाता कंपनी सीएपीए इंडिया ने सोमवार को यह कहा।
इसके अलावा पूर्ण सेवा देने वाली विमानन कंपनियों को 1.1 से 1.2 अरब डॉलर का नुकसान हो सकता है।
सीएपीए इंडिया ने 2023-24 के लिए परिदृश्य जारी करते हुए कहा कि अगले वित्त वर्ष में भारत की एयरलाइन और 132 विमानों को सेवा में लेंगी जिसके साथ ही उनके बेड़े में कुल 816 विमान हो जाएंगे।

