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Shardiya Navratri: 15 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि जानिये इस बार क्यों है खास

इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ होने जा रही है। नवरात्रि का समापन 24 अक्टूबर को होगा और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है।डाइनामाइट न्यूज की इस रिपोर्ट में जानिये आखिर इस बार शारदीय नवरात्रि बहुत खास क्यों मानी जा रही है
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Shardiya Navratri: 15 अक्टूबर से शुरू हो रही शारदीय नवरात्रि जानिये इस बार क्यों है खास

नई दिल्ली: नवरात्रि हिंदुओं का एक प्रमुख पर्व है। नवरात्रि एक संस्कृत शब्द है, जिसका अर्थ होता है 'नौ रातें'। इन नौ रातों और दस दिनों के दौरान,शक्ति या देवी के नौ रूपों की पूजा की जाती है। शारदीय नवरात्रि दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ होने जा रही है। नवरात्रि का समापन 24 अक्टूबर को होगा और दसवें दिन दशहरा मनाया जायेगा। इस बार शारदीय नवरात्रि बेहद खास है।

नवरात्रि वर्ष में चार बार आती है और यह माघ, चैत्र, आषाढ,अश्विन मास में प्रतिपदा से नवमी तक मनायी जाती है। लेकिन चैत्र और शारदीय नवरात्रि का आयोजन पूरे देश में व्यापक स्तर पर होता है।

नौ रातों में तीन देवियों की पूजा

नवरात्रि के नौ रातों में तीन देवियों- महालक्ष्मी, महासरस्वती या सरस्वती और महाकाली के नौ स्वरुपों की पूजा होती है। देवी के नौ स्वरुपों के नाम इस प्रकार है- नन्दा देवी योगमाया (विंध्यवासिनी शक्तिपीठ), रक्तदंतिका (सथूर), माता शाकुम्भरी देवी सिद्धपीठ (सहारनपुर), दुर्गा (काशी), भीमा (पिंजौर) और भ्रामरी (भ्रमराम्बा शक्तिपीठ) नवदुर्गा शामिल है।

इस बार हाथी पर सवार होकर आ रही है माता

इस बार शारदीय नवरात्रि 15 अक्टूबर से आरंभ होने जा रही है और समापन 24 अक्टूबर को होगा और दसवें दिन दशहरा मनाया जाता है। इस साल माता हाथी पर सवार होकर आ रही है, जिसे शुभता, खुशहाली, समृद्धि का प्रतीक माना जाता है।

तीन योग के साथ शुरूआत

 30 साल बाद शारदीय नवरात्रि की शुरुआत शश राजयोग, भद्र राजयोग और बुधादित्य योग के साथ होगी।

शुभ मुहूर्त और कलश स्थापना

पंचांग के अनुसार शारदीय नवरात्रि की प्रतिपदा तिथि को यानी पहले दिन कलश स्थापना का शुभ मुहूर्त 15 अक्टूबर को सुबह 11 बजकर 48 मिनट से दोपहर 12 बजकर 36 मिनट तक रहेगा। ऐसे में कलश स्थापना के लिए शुभ मुहूर्त इस साल 48 मिनट ही रहेगा।

15 अक्टूबर 2023 – मां शैलपुत्री (पहला दिन) प्रतिपदा तिथि
16 अक्टूबर 2023 – मां ब्रह्मचारिणी (दूसरा दिन) द्वितीया तिथि
17 अक्टूबर 2023 – मां चंद्रघंटा (तीसरा दिन) तृतीया तिथि
18 अक्टूबर 2023 – मां कुष्मांडा (चौथा दिन) चतुर्थी तिथि
19 अक्टूबर 2023 – मां स्कंदमाता (पांचवा दिन) पंचमी तिथि
20 अक्टूबर 2023 – मां कात्यायनी (छठा दिन) षष्ठी तिथि
21 अक्टूबर 2023 – मां कालरात्रि (सातवां दिन) सप्तमी तिथि
22 अक्टूबर 2023 – मां महागौरी (आठवां दिन) दुर्गा अष्टमी          
23 अक्टूबर 2023 – महानवमी, (नौवां दिन) शरद नवरात्र व्रत पारण
24 अक्टूबर 2023 – मां दुर्गा प्रतिमा विसर्जन, दशमी तिथि (दशहरा)

देश में अलग-अलग तरीके से मनाई जाती है नवरात्रि

नवरात्रि एक महत्वपूर्ण प्रमुख त्योहार है जिसे पूरे भारत में महान उत्साह के साथ मनाया जाता है। नवरात्रि भारत के विभिन्न भागों में अलग ढंग से मनायी जाती है।

देश के अदभुत उत्सव

गुजरात में नवरात्रि समारोह डांडिया और गरबा खेल कर मनाया जाता है। पश्चिम बंगाल में मुख्य त्यौहारो में दुर्गा पूजा बंगाली कैलेंडर में, सबसे अलंकृत रूप में उभरा है। इस अदभुत उत्सव का जश्न नीचे दक्षिण, मैसूर के राजसी क्वार्टर को पूरे महीने प्रकाशित करके मनाया जाता है।

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