किसानों को 17 रुपये प्रतिदिन देने पर राहुल गांधी ने बजट को बताया, “आखिरी जुमला बजट”..
आगामी लोकसभा चुनाव से पूर्व बजट पेश किया जा चुका है। प्रधानमंत्री मोदी फूले नहीं समा रहे हैं। पीएम मोदी और उनकी पार्टी के तमाम नेताओं द्वारा बजट की तारीफों में कसीदें पढ़े जा रहे हैं। लेकिन राहुल गांधी ने इसे "आखिरी जुमला बजट" कहा है। डाइनामाइट न्यूज़ की रिपोर्ट में पढ़ें और क्या कहा राहुल गांधी ने..
नई दिल्ली: बजट पेश होने के बाद से ही पीएम मोदी और उनकी पार्टी उसकी तारीफों में कसीदें पढ़ रही है। लगातार ट्वीट कर इसे जाहिर किया जा रहा है। पीएम मोदी ने बजट की तारीफ करते हुए कहा, “ये बजट गरीबों को शक्ति देगा, किसानों को मजबूती देगा, श्रमिकों को सम्मान देगा, मध्यम वर्ग के सपनों को साकार करेगा, ईमानदार आयकरदाताओं का गौरवगान करेगा, इंफ्रास्ट्रक्चर निर्माण को गति देगा और अर्थव्यवस्था को बल देगा।”
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ये बजट गरीब को शक्ति देगा, किसान को मजबूती देगा, श्रमिकों को सम्मान देगा, मध्यम वर्ग के सपनों को साकार करेगा, ईमानदार आयकरदाताओं का गौरवगान करेगा, इंफ्रास्ट्रक्टर निर्माण को गति देगा और अर्थव्यवस्था को बल देगा : प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी #BudgetForNewIndia
— BJP (@BJP4India) February 1, 2019
लेकिन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस बजट को “आखिरी जुमला बजट” कहा है। उन्होंने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि, 'डियर नोमो, आपकी अक्षमता और अहंकार के 5 सालों ने हमारे किसानों की जिंदगी बर्बाद कर दी है। उन्हें प्रतिदिन 17 रुपये देकर वे जो करते हैं यह उनकी बेइज्जती है।'
Dear NoMo,
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) February 1, 2019
5 years of your incompetence and arrogance has destroyed the lives of our farmers.
Giving them Rs. 17 a day is an insult to everything they stand and work for. #AakhriJumlaBudget
आपको बता दें कि इस साल होने वाले चुनाव से पूर्व नरेंद्र मोदी की सरकार ने आज अंतरिम पेश करते हुए किसानों को सालाना 6 हजार रुपये देने की घोषणा की है। साथ ही उन्होंने पशुपालन से संबंधित राष्ट्रीय गोकुल मिशन के लिए आवंटन बढ़ाने सहित कई अन्य घोषणाएं भी की हैं।
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मौजूदा केंद्रीय वित्त मंत्री पीयूष गोयल ने संसद में वित्त वर्ष 2019-20 का अंतरिम बजट पेश करते हुए कहा कि छोटे और सीमांत किसानों को निश्चित आय सहायता उपलब्ध कराने के लिए सरकार ने प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (पीएम-किसान) की शुरूआत की है। उन्होंने कहा कि इस योजना के तहत दो हेक्टेयर तक की जोत वाले किसान परिवारों को 6,000 रुपये प्रति वर्ष सहायता उपलब्ध कराई जाएगी। यह राशि 2,000-2,000 रुपये की तीन किस्तों में प्रत्यक्ष लाभ अंतरण (डीबीटी) के जरिए सीधे किसानों के बैंक खातों में भेजी जाएगी। इस कार्यक्रम के लिए केंद्र सरकार द्वारा धन उपलब्ध कराया जाएगा।