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Punjab Flood: पोंग बांध से पानी छोड़ने से कई क्षेत्र जलमग्न, NDRF ने शुरू किया बचाव अभियान, जानिये ताजा अपडेट

राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कई दलों ने पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद यहां जलमग्न कई इलाकों से लोगों को निकालने के लिए बुधवार को बचाव अभियान चलाया। पढ़िये पूरी खबर डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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Punjab Flood: पोंग बांध से पानी छोड़ने से कई क्षेत्र जलमग्न, NDRF ने शुरू किया बचाव अभियान, जानिये ताजा अपडेट

गुरदासपुर: राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) के कई दलों ने पोंग बांध से अतिरिक्त पानी छोड़े जाने के बाद यहां जलमग्न कई इलाकों से लोगों को निकालने के लिए बुधवार को बचाव अभियान चलाया।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार, गुरदासपुर के उपायुक्त हिमांशु अग्रवाल ने कहा कि ब्यास नदी पर बना पोंग बांध अपने जलग्रहण क्षेत्रों में भारी बारिश के बाद उफान पर है। मंगलवार को पोंग बांध से पानी छोड़े जाने के बाद ब्यास नदी का जलस्तर बढ़ गया।

उन्होंने बताया कि ब्यास नदी का जल स्तर बढ़ने के कारण चेचिया चोरियां, पखोवाल, खेरा, दलेलपुर, पडाना, छीना बेट, नादाला, जगतपुर कलां, कोहलियान और खारियान समेत कई गांवों में बाढ़ आ गयी है।

जिला प्रशासन ने निचले इलाकों और ब्यास नदी के तट के समीप रहने वाले लोगों से सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए कहा है।

बाढ़ग्रस्त इलाकों में कई ग्रामीणों को अपने कंधे पर आवश्यक सामान उठाते हुए सुरक्षित स्थानों की ओर जाते हुए देखा गया।

कुछ ग्रामीण अपने ट्रैक्टर-ट्रॉली के जरिए जलमग्न इलाकों में फंसे लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाते दिखे।

उपायुक्त ने कहा कि जिला प्रशासन के कई दल बचाव एवं राहत अभियान में शामिल हैं। उन्होंने बताया कि मंगलवार रात को पहुंचे एनडीआरएफ दलों ने बुधवार सुबह बचाव अभियान शुरू किया।

अग्रवाल ने कहा कि भारतीय सेना और सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के दल भी बचाव अभियान में शामिल हैं। उन्होंने लोगों से बचाव दलों के साथ सहयोग करने की अपील की और कहा कि जिला प्रशासन किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार है।

उन्होंने कहा कि मुकेरियां-गुरदासपुर सड़क जलमग्न होने के बाद मुकेरियां पुल पर वाहनों की आवाजाही बंद कर दी गयी है। वाहनों का मार्ग दीनानगर राजमार्ग की ओर परिवर्तित किया गया है। उन्होंने बताया कि लोगों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है और स्थिति पर करीबी नजर रखी जा रही है।

पुराना शाला स्कूल में एक राहत शिविर बनाया गया है और चिकित्सा, पशु चिकित्सा तथा अन्य विभागों के सभी दल राहत अभियान में शामिल हैं।

अग्रवाल ने लोगों से धैर्य बनाए रखने की अपील की और कहा कि वे किसी भी मदद के लिए हेल्पलाइन नंबर पर फोन कर सकते हैं।

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