नई दिल्ली: स्मार्टफ़ोन को जल्द से जल्द चार्ज करने वाली तकनीक का प्रदर्शन पहली बार साल 2015 में किया गया था। इसके मुख्य अधिकारी डोरोन मायर्सडोर्फ़ ने एक इंटरव्यू के दौरान बताया कि उम्मीद है कि इसका उत्पादन साल 2018 में शुरू हो सकता है।
एक इंटरव्यू के दौरान डोरोन ने कहा था कि उनकी कंपनी की बैटरी में ऐसी सामग्री का इस्तेमाल किया जाएगा जो इसे दूसरे मोबाइल में यूज़ होने वाली बैटरियों से अलग होगी। यानी इस प्रक्रिया में एनोड से कैथोड को आयंस तेज़ी से ट्रांसफर होगें और बैटरी जल्द चार्ज होगीं। दावा किया गया है कि इस तकनीक में नैनो मटेरियल का इस्तेमाल किया गया है।

