Site icon Hindi Dynamite News

खुशखबरी: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- 2030 तक दोगुना हो जाएगा इस्पात उत्पादन, जानिये कैसे होगा फायदा

केन्द्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि वर्ष 2030 तक भारत में इस्पात उत्पादन 30 करोड़ टन हो जायेगा और देश प्रमुख आयातक से प्रमुख निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
खुशखबरी: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा- 2030 तक दोगुना हो जाएगा इस्पात उत्पादन, जानिये कैसे होगा फायदा

नयी दिल्ली: केन्द्रीय इस्पात मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने मंगलवार को कहा कि वर्ष 2030 तक भारत में इस्पात उत्पादन 30 करोड़ टन हो जायेगा और देश प्रमुख आयातक से प्रमुख निर्यातक बनने की ओर अग्रसर है।

यह भी पढ़ें: अकासा एयरलाइन्स ने भरी पहली कमर्शियल उड़ान, जानिये ये खास बातें

फिक्की की ओर से भारतीय खनिज एवं धातु उद्योग के ‘ट्रांजिशन 2030 एंड विजन 2047’ विषय पर आयोजित कार्यक्रम में उन्होंने कहा कि भारत न केवल एक निर्यातक देश है, बल्कि यह एक बड़ा उपभोक्ता देश भी है।

यह भी पढ़ें: ज्योतिरादित्य सिंधिया ने संभाला इस्पात मंत्रालय का अतिरिक्त पदभार, आरसीपी सिंह ने कल दिया था इस्तीफा

उन्होंने आशा व्यक्त की कि देश की प्रति व्यक्ति स्टील खपत बढ़ेगी और 2047 तक मौजूदा विश्व औसत 225 किग्रा तक पहुंच जाएगी।उन्होंने कहा, “ यदि आप वर्तमान वैश्विक प्रति व्यक्ति इस्पात उपभोग 225 किलोग्राम की तुलना में 2013-14 के देश में 57.8 किलोग्राम प्रति व्यक्ति खपत के आंकड़े को देखें तो बाद के मात्र आठ वर्षों में हमारी खपत 50 प्रतिशत वृद्धि के साथ 78 किलाेग्राम प्रति व्यक्ति तक पहुंच गयी है।

उन्होंने कहा कि प्रति व्यक्ति यह खपत तिगुनी हो जाएगी और 2047 तक विश्व औसत 225 किलोग्राम को प्राप्त कर लेगी।श्री सिंधिया ने कहा कि अब उत्पादन क्षमता सामर्थ्य 10 करोड़ 20 लाख टन से बढ़कर 15 करोड़ 40 लाख टन तक पहुंच गया है।उन्होंने कहा, “ वर्तमान में हम 12 करोड़ 10 लाख टन इस्पात का उत्पादन कर रहे हैं जबकि वर्ष 2013-14 में यह मात्र आठ करोड़ टन था।

सभी चारों मापदंडों पर भारतीय इस्पात उद्योग न केवल मजबूती से कदम बढ़ा रहा है बल्कि हम दुनिया के चौथे उत्पादक से दूसरे सबसे बड़े इस्पात उत्पादक बनने की ओर अग्रसर हैं।केन्द्रीय इस्पात मंत्री ने कहा, “मुझे पूरा विश्वास है कि इस्पात उत्पादन के क्षेत्र में पहले पायदान पर खड़ा देश हमसे काफी आगे हैं, लेकिन एक दिन ऐसा आयोगा, जब भारत दुनिया का सबसे बड़ा इस्पात उत्पादक देश बनेगा।(वार्ता)

Exit mobile version