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नागपुर : रिश्वत मामले में सीबीआई ने पीईएसओ के दो अधिकारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया

केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक कथित मामले में पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) के दो अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से कुल 2.25 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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नागपुर : रिश्वत मामले में सीबीआई ने पीईएसओ के दो अधिकारियों समेत चार लोगों को गिरफ्तार किया

नागपुर:  केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने रिश्वतखोरी के एक कथित मामले में पेट्रोलियम एवं विस्फोटक सुरक्षा संगठन (पीईएसओ) के दो अधिकारियों सहित चार लोगों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से कुल 2.25 करोड़ रुपये की नकदी बरामद की।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक यहां सीबीआई के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार, गिरफ्तार किए गए लोगों में नागपुर के रहने वाले प्रियदर्शन दिनकर देशपांडे और राजस्थान के चित्तौड़गढ़ जिले में स्थित सुपर शिवशक्ति केमिकल के निदेशक देवी सिंह कछवाहा शामिल हैं।

एजेंसी के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इसके अलावा, पीईएसओ में काम करने वाले दो उप मुख्य विस्फोटक नियंत्रकों को भी गिरफ्तार किया गया। पीईएसओ, विस्फोटक, कॉम्प्रेस्ड गैसों और पेट्रोलियम जैसे खतरनाक पदार्थों की सुरक्षा को विनियमित करने के लिए एक नोडल सरकारी एजेंसी है। प्राथमिकी के अनुसार, देशपांडे ने मध्यस्थ के रूप में काम करते हुए पीईएसओ अधिकारियों को रिश्वत देकर कछवाहा की फर्म को काम दिलाने की साजिश रची थी।

कंपनी, मार्च 2024 तक अपनी विद्युत डेटोनेटर विनिर्माण क्षमता का 75 प्रतिशत तक उपयोग करना चाहती थी और आरोपी ने कथित तौर पर इसे सुविधाजनक बनाने के लिए कंपनी के मौजूदा लाइसेंस में हेर-फेर की।

सीबीआई ने बुधवार शाम देशपांडे और कछवाहा को यहां सेमिनरी हिल्स पर पीईएसओ कार्यालय के पास एक टाइपिंग की दुकान पर कथित तौर पर 10 लाख रुपये नकद लेते हुए रंगे हाथ पकड़ा।

दोनों आरोपियों को रंगे हाथ पकड़ने के बाद एजेंसी ने देशपांडे के आवास से 1.25 करोड़ रुपये और पीईएसओ के एक अन्य आरोपी अधिकारी के कार्यालय से 90 लाख रुपये कथित तौर पर बरामद किए। आरोपियों को बृहस्पतिवार शाम को अदालत में पेश किया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया और सीबीआई के उप महानिरीक्षक सलीम खान की निगरानी में मामले की जांच जारी है।

 

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