महाराजगंज: जनपद के धानी ब्लॉक के ग्राम सभा बरगाहपुर में ग्राम पंचायत भवन में लगभग पिछले 20 वर्षों से राजकीय होम्योपैथिक अस्पताल का संचालन हो रहा है। पंचायत भवन में अस्पताल संचालित होने से जहां ग्राम सभा की बैठकें खुले आसमान के नीचे में करनी पड़ती हैं वहीं पंचायत संबंधी दस्तावेजों और सामान को सुरक्षित रखने में भी परेशानी झेलनी पड़ती है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के मुताबिक वर्ष 2000 से इसी पंचायत भवन में होम्योपैथिक अस्पताल का संचालन हो रहा है। होम्योपैथिक अस्पताल में स्वास्थ्य विभाग की ओर से चिकित्सा अधिकारी के अलावा एक फार्मासिस्ट की तैनाती की गई है।
पंचायत भवन में अस्पताल का संचालन होने से गांव के साथ ही आस पास के गांवों के मरीजों को स्वास्थ्य सुविधा तो मुहैया हो रही है लेकिन जो मूलभूत सुविधाएं हैं, मसलन बैठने की उचित व्यवस्था, पानी, शौचालय आदि का उचित प्रबंधन नहीं हो पाया है।
यहां मौजूद डॉक्टर का कहना है कि अस्पताल के एक ही कमरे में संचालित होने से काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। मरीज को बैठने से लेकर जल तक की व्यवस्था नहीं है। डॉक्टर का कहना है कि अगर यह अस्पताल अपने जगह पर होता तो मरीजों की उचित सुविधा प्रदान की जाती।
डॉक्टरों का कहना है कि एक ही कमरे में हम अपना अस्पताल संचालित करते हैं। दवा से लेकर पर्ची तक यही बनता है, जिससे कि मरीजों के साथ साथ हमको भी काफी परेशानी होती है। डॉक्टर का कहना है कि हमने पत्र के माध्यम से उच्च अधिकारियों को अस्पताल के लिए अवगत करा दिया है। उनका कहना है कि अभी बजट नहीं है। जब बजट आएगा तो भवन का निर्माण करा दिया जाएगा।
ग्रामीणों का कहना है कि पंचायत भवन और हॉस्पिटल एक जगह संचालित होने से जो कम पढ़े लिखे लोग हैं वह कंफ्यूज हो जाते हैं और काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है। ग्रामीणों का कहना है कि प्रशासन को चाहिए कि वह अस्पताल को स्थाई भवन दिलाने की दिशा में ठोस कदम उठाए।