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महराजगंज: नौतनवा में निजी अस्पताल की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, डाइनामाइट न्यूज़ पर देखिये CHC रतनपुर के अधीक्षक का ये बड़ा बयान

महराजगंज जनपद के नौतनवा में निजी अस्पताल में डॉक्टरों की कथिथ लापरवाही से गर्भवती महिला और नवजात बच्चे की मौत का मामला सुर्खियों में बना हुआ है।अब इस मामले पर CHC रतनपुर के अधीक्षक अखिलेश यादव का बयान सामने आया है। पढ़िये डाइनामाइट न्यूज़ की पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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महराजगंज: नौतनवा में निजी अस्पताल की लापरवाही से जच्चा-बच्चा की मौत, डाइनामाइट न्यूज़ पर देखिये CHC रतनपुर के अधीक्षक का ये बड़ा बयान

महराजगंज: नौतनवा के एक निजी अस्पताल में डॉक्टरों की कथित लापरवाही से गर्भवती महिला और उसके नवजात बच्चे की मौत का मामला सुर्खियों में बना हुआ है। मृतक महिला के परिजन अस्पताल और वहां डॉक्टरों पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगा रहे हैं। इसके साथ ही सीएचसी में दलालों की सक्रियता का मामला भी तूल पकड़ता जा रहा है। कहा जा रहा है कि ये दलाल मरीजों को निजी अस्पताल ले जाते हैं।

इस मामले में अब सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र (CHC) रतनपुर के अधीक्षक अखिलेश यादव ने डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत में बड़ा बयान दिया है। उन्होंने मामले की जांच करने और उसके आधार पर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की बात कही है। 

जानिये पूरा मामला
मामला बीते शनिवार का है। दिन मे 11:20 मिनट पर प्रसव पीड़ा से जूझ रही महिला वंदना गौड़ को उसके परिजन CHC रतनपुर लेकर पहुंचे। जहां डिलिवरी के लिए तैनात स्टाफ ने उसकी गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे महराजगंज रैफर कर दिया। बताया जाता है कि इसी दौरान CHC के आसपास घूम रहे दलालों ने महिला के परिजनों को अपने जाल में फंसाया और उन्हें CHC के 500 मीटर की दूरी पर स्थित न्यू साई अस्पताल ले गये। निजी अस्पताल के डॉक्टरों द्वारा महिला का ऑपरेशन किया गया। जिसके बाद जच्चा-बच्चा दोनों की मौत हो गई। जिसके बाद मृतक महिला के परिजनों ने अस्पताल में जमकर हंगामा किया और तोड़फोड़ की। जिस कारण अस्पताल कर्मचारी वहां से भाग खड़े हुए। मौके पर पहुंची पुलिस ने आक्रोशित परिजनों को किसी तरह समझा-बुझाकर मामला शांत कराया। 

CHC रतनपुर के अधीक्षक अखिलेश यादव का बयान
अब इस मामले में CHC रतनपुर के अधीक्षक अखिलेश यादव ने डाइनामाइट न्यूज से बातचीत में कहा कि महिला की गंभीर स्थिति को देखते हुए उसे जिला अस्पताल रैफर कर दिया गया था। साई हॉस्पिटल में जच्चा-बच्चा की मौत का मामला संज्ञान में है। मौके पर जाकर अस्पताल के कागजात समेत पूरे मामले की जांच की जायेगी। जांच में दोषी पाये जाने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी। 

उन्होंने कहा कि क्षेत्र के अन्य ग्रामीण जगहों पर भी जल्द ही निजी अस्पतालों की जांच कर कार्रवाई की जाएगी। ताकि इस तरह की घटना की पुनरावृत्ति न हो।

स्वस्थ्य विभाग भी सवालों के घेरे में
इस घटना के बाद स्वस्थ्य विभाग और उसके कर्मचारी भी सवालों के घेरे में है। यह भी बड़ा सवाल है कि सीएचसी में दलालों का जमावड़े के बावजूद भी स्वास्थ्य विभाग आंखे मूंदे हुए है।

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