महराजगंज: उत्तर प्रदेश के महराजगंज जनपद के अधिवक्ता व मानवाधिकार कार्यकर्ता विनय कुमार पांडेय ने 32 वर्ष पहले कश्मीरी पंडितों के नरसंहार और उनके साथ हुए अत्याचार को लेकर राष्ट्रपति राम नाथ कोविंद को एक ऑनलाइन पत्र लिखा है। इस पत्र में उन्होंनें उन राष्ट्रपति से कश्मीरी पंडितों के नरसंहार की जांच के लिए (एसआईटी) स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन करने का अनुरोध किया है।
भारत के राष्ट्रपति को संबोधित पत्र में अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने लिखा है कि सिख दंगों की जांच के लिए यदि आयोग बन सकता है तो जम्मू कश्मीर के लाखों कश्मीरी पंडितों के नरसंहार तथा अत्याचार की जांच के लिए स्पेशल इन्वेस्टिगेशन टीम का गठन बहुत जरूरी है। एसआईटी जांच से दोषियों को सजा हो सकेगी और निर्दोष जम्मू कश्मीर के पंडितों को न्याय मिल सकेगा । गौरतलब है कि जम्मू कश्मीर के कश्मीरी पंडित जम्मू कश्मीर से पलायन कर के देश के विभिन्न राज्यों में शरणार्थी के रूप में रह रहे थे।
डाइनामाइट न्यूज़ से बातचीत करते समय अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने कहा कि जम्मू कश्मीर के कश्मीरी पंडितों पर हुए अत्याचार को लेकर आज तक वास्तविक दोषियों को कोई सजा नहीं हुई है।
अधिवक्ता विनय कुमार पांडेय ने महामहिम राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को पत्र भेजकर उनसे यह निवेदन किया है कि महामहिम राष्ट्रपति मामले का संज्ञान लेकर एसआईटी के गठन करने की कृपा करें। विनय कुमार पांडेय एडवोकेट ने बताया कि अगर एसआईटी का गठन हो जाता है तो पीड़ितों को न्याय मिल सकेगा।