लखनऊ: यूपी एसटीएफ के चीफ अमिताभ यश के निर्देश पर एसटीएफ ने राजधानी लखनऊ के चारबाग रेलवे स्टेशन से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। यह गिरोह बिटकॉइन ट्रेडिंग के नाम पर लोगों से अवैध वसूली करता था। यह गिरोह लोगों को बिटकॉइन और दूसरी वर्चुअल करेंसी देने के नाम पर अपने खातों में पैसा जमा कराकर इस फर्जीवाड़े को अंजाम देता था।
वर्चुअल करेंसी बिटकॉइन को अभी भारत में आरबीआई द्वारा मान्यता नहीं मिल पाई है। लेकिन बिटकॉइन और दूसरे वर्चुअल करेंसी की ऑनलाइन खीरीद-फरोख्त के लिये के लिए कई ऑनलाइन प्लेटफार्म मौजूद हैं। यह गिरोह ऑनलाइन तरीके से ही बिटकॉइन और दूसरी वर्चुअल करेंसी की खरीद-फरोख्त करता था। इसी खरीद-फरोख्त का फायदा उठाते हुए शातिर गिरोह ने बिटकॉइन डॉट कॉम पर फर्जी आईडी बनाकर लोगों को बिटकॉइन और दूसरी वर्चुअल करेंसी देने के नाम पर खातों में पैसा जमा करा लेता था और बिटकॉइन और दूसरी वर्चुअल करेंसी रिलीज नहीं करता था।
कुछ दिनों पहले साइबर क्राइम सेल और एसटीएफ को हरियाणा निवासी पंकज गर्ग नाम के व्यक्ति ने तहरीर देते हुए मामले की जांच कराने की मांग की और इसी संबंध में 6 दिसंबर को लखनऊ के साइबर क्राइम सेल में मुकदमा संख्या 4/17, धारा 420 आईपीसी 66 सी,66 डी आईटी एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया था।
मामले की तफ्तीश करने पर एसटीएफ को पता लगा की लोगों से ऑनलाइन ठगी करने वाले गिरोह का मास्टर माइंड मोहम्मद अजहद उर्फ अशरफ है। जो इलाहाबाद का रहने वाला है।
आरोपी ने पूछताछ में बताया कि वह ऑनलाइन पैसा जमा कराकर लोगों से अवैध वसूली करने में लगा था। वहीं एसटीएफ गिरोह के दूसरे लोगों की तलाश में जुटी हुई है। जबकि आरोपी को साइबर क्राइम सेल के सुपुर्द कर दिया गया है।

