लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधानसभा चुनावों के बाद अब राज्य विधान परिषद की 36 सीटों पर दिलचस्प चुनावी जंग देखने को मिल सकती है। यूपी में एमएलसी की 36 सीटों के लिये कल 15 मार्च से नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। सत्ताधारी भाजपा और विपक्षी दल समाजवादी पार्टी सदन में अपनी ताकत बढ़ाने के लिये एमएलसी चुनाव की रणनीति बनाने में जुटी है। समाजवादी पार्टी ने कुछ सीटों पर अपने प्रत्याशियों की घोषणा कर दी है। सपा ने बीआरडी मेडिकल प्रकरण से जुड़े डा. कफील खान को अपना प्रत्याशी बनाकर इस चुनाव को बेहद दिलचस्प बना दिया है। योगी आदित्यनाथ ने सीएम रहते हुए डा. कफील को निलंबित किया था।
समाजवादी पार्टी ने देवरिया-कुशीनगर क्षेत्र से बीआरडी मेडिकल प्रकरण से जुड़े डा. कफील खान एमएलसी उम्मीदवार बनाने की घोषणा की है। डा. कफील खान गोरखपुर से ही आते हैं और उन्हें योगी आदित्यनाथ का धुर विरोधी माना जाता है। बीआरडी मेडिकल प्रकरण को लेकर पिछले कार्यकाल में सीएम रहते हुए योगी ने डा. कफील खान के खिलाफ कई तरह की कार्रवाई की थी और उन्हें निलंबन की मार तक झेलनी पड़ी थी। बाद में उन्हें जेल तक जाना पड़ा था। अदालत के आदेश पर कफील खान बाहर आये।
देवरिया-कुशीनगर क्षेत्र के अलावा समाजवादी पार्टी ने बहराइच-श्रावस्ती विधान परिषद क्षेत्र से अमर यादव को अपना प्रत्याशी घोषित किया है। अमर यादव को सपा ने एमएलसी का टिकट दे दिया है। इसके अलावा समाजवादी युवजन सभा के प्रदेश अध्यक्ष अरविंद गिरि समेत दूसरे नेताओं को भी सपा एमएलसी चुनाव में उम्मीदवार बना सकती है।
माना जा रहा है कि समाजवादी पार्टी आज-कल में ही अपने सभी प्रत्याशियों के नाम का ऐलान करेगी। सपा ने 36 में से कम से कम एक दर्जन सीटों पर उम्मीदवारों को उतारने की योजना बनाई है।
यूपी में विधान परिषद के चुनाव के लिए नामांकन की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है, जो 22 मार्च तक चलेगी। यूपी विधान परिषद में स्थानीय निकाय क्षेत्र की 36 सीटों पर चुनाव के लिए 15 से 22 मार्च तक नामांकन दाखिल किए जाएंगे। 9 अप्रैल को मतदान होगा। 17-18 मार्च को होली की छुट्टी रहेगी। इसलिये सपा समेत भाजपा भी आज-कल में अपने सभी प्रत्याशियों की अंतिम घोषणा कर सकती है, ताकि चुनावी तैयारियों को समय मिल सके।

