लखनऊ: उत्तर प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने सहकारी विभाग की उपलब्धियों का विवरण देते हुए भ्रष्टाचार को लेकर उठाए गए कदमों के बारे में जानकारी मीडिया से साझा की।
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान सहकारिता मंत्री ने पिछली सरकारों पर तंज कसते हुए कहा कि पिछली सरकारों के समय में जिलों में सहकारी विभाग के अलग-अलग पदों पर राजनीतिक दलों के खास लोगों का कब्जा होता था। मगर इस बार इन पदों पर चुनाव के बाद जिन लोगों का चुनाव हुआ है, उनमें से कोई भी कभी भी सरकारी विभाग में किसी पद पर आसीन नहीं रहा।
मंत्री ने बताया कि जिन अधिकारियों के ऊपर भ्रष्टाचार के गंभीर आरोप थे, उन्हें जबरन सेवानिवृत्ति दी गई है। जबकि कुछ आरोपी अधिकारियों कर्मचारियों पर लगे आरोपों की जांच की जा रही है। जबकि यूपी के राज्य संपत्ति विभाग द्वारा पूर्व मुख्यमंत्रियों को आवंटित हुए बंगलों को खाली कराने को लेकर सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा ने कुछ भी बोलने से मना कर दिया।