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UP Assembly Election: बसपा सुप्रीमो चीफ मायावती ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर दिया ये बयान, कांग्रेस पर बोला हमला

उत्तर प्रदेश विधान सभा चुनाव की तैयारियों में बहुजन समाजवादी पार्रटी (बसपा) सुप्रीमो चीफ मायावती ने शुक्रवार को अपने उत्तराधिकारी को लेकर बड़ा बयान दिया और कांग्रेस पर जोरदार हमला बोला। पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
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UP Assembly Election: बसपा सुप्रीमो चीफ मायावती ने अपने उत्तराधिकारी को लेकर दिया ये बयान, कांग्रेस पर बोला हमला

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के साथ ही पंजाब और उत्तराखंड के विधानसभा चुनाव की तैयारियों में जुटी बहुजन समाज पार्टी (बसपा) प्रमुख मायावती ने शुक्रवार को अपने उत्तराधिकारी को लेकर बड़ा बयान दिया। मीडिया से बातचीत में मायावती ने कहा कि मेरा स्वस्थ्य अभी ठीक है। इसके अलावा उन्होंने कांग्रेस को अपने निशाने पर लिया और कांग्रेस समत कुछ विपक्षी दलों पर जोरदार हमला भी बोला। 

प्रेस कॉन्फ्रेंस में पूर्व मुख्यमंत्री ने अपने उत्तराधिकारी से संबंधित एक सवाल के जबाव में कहा कि मैं अभी बिल्कुल फिट हूं। मुझे अभी किसी उत्तराधिकारी की जरुरत नहीं है। उन्होंने कहा है कि मेरा स्वस्थ्य अभी ठीक है। इसी कारण मुझे अभी किसी को अपना उत्ताराधिकारी बनाने की जरूरत नहीं है। आगे आने वाले समय में जब स्वास्थ्य सही नहीं रहेगा तब उत्तराधिकारी जरूर बनाउंगी। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि मेरा उत्तराधिकारी केवल दलित ही होगा। 

इसके अलावा मायावती ने कांग्रेस पर बड़ा हमला बोलते हुए कहा कि देश में अब कांग्रेस की हालत बेहद खराब है। कांग्रेस तो रैलियों में भी दिहाड़ी पर लोगों को लाती है और पैसे देकर भीड़ इकट्ठा कराती है। उन्होंने कहा कि जिस दिन कांग्रेस की रैली होती है, दिहाड़ी में काम करने वाले मजदूर बहुत खुश होते हैं और कहते हैं कि आज हमें काम नहीं करना पड़ेगा। यह कांग्रेस का भीड़ जुटाने का कल्चर है। देश के साथ राज्यों में भी कांग्रेस की बहुत बुरी हालत है।

मायावती ने कहा कि उत्तर प्रदेश में कांग्रेस को जिला पंचायत तथा ब्लाक प्रमुख के चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव में प्रत्याशी नहीं मिलते हैं। अब तो कांग्रेस का कोई जनाधार नहीं बचा है। कांग्रेस तो चुनाव लड़ने वालों के लिये भी पैसे देती है। उन्होंने कहा कि देश में बीएसपी अकेली ऐसी पार्टी है जो कांग्रेस और अन्य पार्टियों की तरह अपने संगठन को चलाने और चुनाव लडऩे के लिए भी बड़े-बड़े पूंजीपतियों और धन्नासेठों से आर्थिक मदद नहीं लेती है।

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