Site icon Hindi Dynamite News

यूपी विधानसभा में भारी हंगामे के बीच में 8479.53 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश, टेनी की बर्खास्तगी को लेकर विपक्ष की नारेबाजी

यूपी की योगा सरकार द्वारा आज राज्य विधानसभा में भारी हंगामे के बीच में 8479.53 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश किया गया। इस दौरान अजय मिश्रा टेनी की बर्खास्तगी को लेकर सदन में जोरदार हंगामा भी हुआ। पढ़िये पूरी रिपोर्ट
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
यूपी विधानसभा में भारी हंगामे के बीच में 8479.53 करोड़ का अनुपूरक बजट पेश, टेनी की बर्खास्तगी को लेकर विपक्ष की नारेबाजी

लखनऊ: उत्तर प्रदेश विधानमंडल के शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन योगी आदित्यनाथ सरकार भारी हंगामे के बाच अनुपूरक बजट पेश किया गया। सरकार द्वारा चालू वित्तीय वर्ष के लिए 8479.53 करोड़ रुपये का दूसरा अनुपूरक बजट पेश किया गया। वित्त मंत्री सुरेश कुमार खन्ना के बजट पेश करने के दौरान ही कांग्रेस तथा समाजवादी पार्टी के विधायकों ने वेल में आकर लखीमपुर खीरी कांड में एसआइटी रिपोर्ट पर चर्चा की मांग की, जिससे सदन में भारी हंगामा हुआ। इसी दौरान सरकार द्वारा अनुपूरक बजट पेश कर दिया गया।

योगी सरकार ने वित्तीय वर्ष 2022-23 के पहले चार महीनों (अप्रैल से जुलाई) के लिए 1,68,903.23 करोड़ रुपये का लेखानुदान भी विधानसभा में प्रस्तुत किया। राज्य में नई योजनाओं के लिये यह अनुपूरक बजट पेश किया गया। इससे पहले सीएम योगी आदित्यनाथ के सरकारी आवास पर कैबिनेट बैठक के बाद इस बजट को मंजूरी प्रदान की गई है।

शीतकालीन सत्र के दूसरे दिन आज गुरूवार को विधान सभा की कार्यवाही शुरु होते ही समाजवादी पार्टी तथा कांग्रेस के सदस्य लखीमपुर खीरी केस की एसआइटी जांच रिपोर्ट पर चर्चा कराने और गृह राज्यमंत्री टेनी को बर्खास्त करने की मांग को लेकर वेल में आकर नारेबाजी हंगामा करने लगे। सपा विधायकों ने सदन के बाहर भी इस मांग को लेकर विरोध-प्रदर्शन किया। सपा विधायकों द्वारा विधानसभा के बाहर चौधरी चरण सिंह की प्रतिमा के सामने द्वारा नारेबाजी की जा रही है। 

लखीमपुर कांड और अजय मिश्रा टेनी के इस्तीफे को लेकर उत्तर प्रदेश विधानसभा में भी गुरूवार को भारी हंगामा हुआ, जिसके बाद विधानसभा की कार्यवाही आधे घंटे के लिए स्थगित कर दी गई। 

हंगामे के बीच ही संसदीय कार्य व वित्त मंत्री सुरेश खन्ना ने द्वितीय अनुपूरक बजट, अगले वित्तीय वर्ष 2022-23 के एक भाग के लिए लेखानुदान पेश किया गया। सरकार ने अगले वित्तीय वर्ष के शुरुआती चार महीनों के जरूरी खर्चों के लिए आज लेखानुदान भी प्रस्तुत किया।

Exit mobile version