कोटा: उपराष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने यहां कोचिंग संस्थानों में पढ़ रहे छात्रों से बातचीत की और कहा कि उन्हें असफलता से नहीं डरना चाहिए क्योंकि दुनिया में कोई भी महान काम एक प्रयास में नहीं हुआ है।
डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार उन्होंने छात्रों को सलाह दी कि वे किसी को भी यह तय करने की अनुमति न दें कि उन्हें आगे क्या करना है और एक नदी की तरह बनें जो बड़े पैमाने पर समाज की सेवा करती है।
उपराष्ट्रपति ने चंद्रयान-2 की विफलता और चंद्रयान-3 की सफलता का जिक्र करते हुए छात्रों से कहा कि वे अपनी रुचि और योग्यता के अनुसार अपना करियर चुनें।
उन्होंने छात्रों से कहा, ‘‘परिवार, दोस्तों या पड़ोसियों के दबाव में न आएं।’’

