Site icon Hindi Dynamite News

कोलकाता में टीएमसी की ’शहीद दिवस’ रैली पर जानिये ये बड़े अपडेट, बड़ी संख्या में जुट रहे कार्यकर्ता

कोलकाता में सत्तारूढ़ दल की ओर से शुक्रवार को आयोजित की जा रही ‘शहीद दिवस’ रैली में शामिल होने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं। पढ़ें पूरी रिपोर्ट डाइनामाइट न्यूज़ पर
Post Published By: डीएन ब्यूरो
Published:
कोलकाता में टीएमसी की ’शहीद दिवस’ रैली पर जानिये ये बड़े अपडेट, बड़ी संख्या में जुट रहे कार्यकर्ता

कोलकाता: कोलकाता में सत्तारूढ़ दल की ओर से शुक्रवार को आयोजित की जा रही ‘शहीद दिवस’ रैली में शामिल होने के लिए राज्य के विभिन्न हिस्सों से बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ता पहुंच रहे हैं।

हालिया पंचायत चुनावों में जीत से उत्साहित पार्टी के कई कार्यकर्ता रैली में शामिल होने के लिए पहले ही यहां आकर साल्ट लेक और अन्य जगहों पर शिविरों में रह रहे हैं।

डाइनामाइट न्यूज़ संवाददाता के अनुसार तृणमूल कांग्रेस नवगठित गैर भाजपा गठबंधन ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इन्क्लूसिव अलायंस) का हिस्सा है। इस रैली में तृणमूल कांग्रेस विपक्षी एकता को मजबूत करने और राज्य में भगवा पार्टी से मुकाबला करने की अपनी रणनीति भी बता सकती है।

तृणमूल प्रमुख और पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने एक वीडियो संदेश में कहा, ‘‘21 जुलाई की शहीद दिवस रैली हमारे दिलों में एक विशेष स्थान रखती है। हम यह दिन अपने शहीदों और पार्टी कार्यकर्ताओं को समर्पित कर रहे हैं।’’

तृणमूल कांग्रेस के जन समर्थन और ताकत का प्रदर्शन समझी जा रही यह रैली तब आयोजित की जा रही है जब पार्टी के कई नेता भ्रष्टाचार के मामलों में सलाखों के पीछे हैं। इन मामलों की जांच प्रवर्तन निदेशालय और केंद्रीय जांच ब्यूरो के पास है।

शहीद दिवस रैली में लाखों लोगों के पहुंचने की संभावना जताई जा रही है। शहर में जगह जगह ममता बनर्जी की तस्वीरों वाले पोस्टर और बैनर लगाए गए हैं और लोगों से रैली में शामिल होने की अपील की गई है।

पश्चिम बंगाल में 1993 में भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) की सरकार के समय राज्य सचिवालय तक मार्च के दौरान पुलिस की गोली में मारे गए 13 कांग्रेस समर्थकों की याद में तृणमूल हर साल इस रैली का आयोजन करती है।

उस समय ममता बनर्जी राज्य युवा कांग्रेस की प्रमुख थीं। एक जनवरी 1998 को तृणमूल कांग्रेस के गठन के बाद भी वह हर साल इस दिन रैली आयोजित करती हैं।

Exit mobile version